गांधीनगर: दिसंबर में गुजरात में विधानसभा चुनाव हो सकते है. इसके मद्देनज़र राज्य में सियासी हलचल तेज हो गई है. बीजेपी और कांग्रेस के बीच पाटीदार समाज के नेता हार्दिक पटेल को अपने पाले में लाने के लिए खींचतान जारी है. इसी कड़ी में गुजरात सरकार ने तिरंगे के अपमान के आरोप में हार्दिक पटेल पर दर्ज केस को वापस ले लिया है.


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2015 में तिरंगे के अपमान को लेकर हार्दिक पर दर्ज हुआ था मामला


पाटीदार आंदोलन के सबसे बड़े चेहरे हार्दिक पटेल पर साल 2015 में तिरंगे के अपमान को लेकर राजकोट में केस दर्ज किया गया था, लेकिन अब चुनावी मौसम में बीजेपी सरकार ने हार्दिक को इस केस से छुटकारा दिला दिया है. खबर है कि जल्द ही राज्य सरकार हार्दिक पटेल को लुभाने के लिए उनपर लगे दूसरे केसों को भी वापस ले सकती है.


हार्दिक ने दिया कांग्रेस की तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ाने का संकेत


बता दें कि पिछले दिनों हार्दिक पटेल की तरफ से कांग्रेस की तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ाने का संकेत मिला था. हाल ही में गुजरात दौरे पर गए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का हार्दिक पटेल ने स्वागत किया था. हार्दिक ने कहा था, ‘’कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल जी का गुजरात में हार्दिक स्वागत है. जय श्री कृष्णा.’’


ओबीसी आरक्षण मिला तो कांग्रेस का देंगे साथ- हार्दिक


राहुल गांधी का स्वागत करने के साथ साथ हार्दिक पटेल ने एलान भी कर दिया कि अगर कांग्रेस पाटीदार समाज को ओबीसी आरक्षण देने का वादा करे तो फिर पाटीदार समाज कांग्रेस का साथ देगा. हार्दिक के इस रुख के बाद बीजेपी ने पाटीदार समाज को अपने साथ लाने की कोशिश तेज कर दी.


आपको बता दें कि गुजरात की कुल आबादी में पाटीदार समाज की आबादी करीब 15 फीसदी है और वो राज्य की 182 सीटों में से करीब 80 सीटों पर जीत हार तय करने में निर्णायक भूमिका निभाते हैं.