कौन हैं गुजरात के ये चार लड़के?
- हार्दिक पटेल, पाटीदार समुदाय का सबसे बड़ा चेहरा.
- अल्पेश ठाकोर-ओबीसी नेता जो अब कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं.
- जिग्नेश मेवाणी-दलित समुदाय का सबसे बड़ा चेहरा.
- प्रवीण राम, रोजगार के मुद्दे को उठाकर अपनी सियासी पहचान बनाई.
कांग्रेस को लेकर बदला हार्दिक का सुर
कुछ समय पहले तक ये चारों लड़के कांग्रेस के खेमे में जाते दिख रहे थे, लेकिन इन चारों लड़कों में सबसे प्रभावशाली माने जा रहे हार्दिक पटेल का सुर अब कांग्रेस को लेकर बदल चुका है.
पाटीदार आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल ने कहा है, ‘’हमें ऐसा आरक्षण चाहिए जो ख़ारिज न हो. अगर कांग्रेस स्पष्ट नहीं कर पाई तो बाद में देखेंगे.’’
सिब्बल ने आला कमान को भेजी रिपोर्ट
आरक्षण के मुद्दे को लेकर ही पाटीदार नेताओं ने दिल्ली में कांग्रेस के कानूनी विशेषज्ञ कपिल सिब्बल से बात की लेकिन वहां भी बात बन नहीं पायी. कपिल सिब्बल ने कहा, ‘’मैंने अपनी रिपोर्ट दे दी है. इस पर अब हाई कमान फैसला करेगा. अभी नहीं कह सकता कि हार्दिक पटेल हमारे साथ आएंगे या नहीं.’’
आपको बता दें कि हार्दिक पटेल पाटीदारों को ओबीसी कैटेगरी में आरक्षण की मांग कर रहे हैं, लेकिन गुजरात में पाटीदार पिछले वर्ग में शामिल नहीं हैं. उन्हें पिछड़े वर्ग में शामिल करने के लिए संविधान की 9वीं अनुसूची में फेरबदल करना होगा जो केंद्र सरकार ही कर सकती है.
2019 में जब कांग्रेस की सरकार आएगी तो मांग पूरा करेंगे- भरत सिंह सोलंकी
पाटीदार आरक्षण के मुद्दे पर कांग्रेस ठोस आश्वासन देने की स्थिति में नहीं हैं. गुजरात कांग्रेस के अध्यक्ष भरत सिंह सोलंकी कह चुके हैं कि 2019 में जब हमारी सरकार आयेगी तब पाटीदारों की मांग पूरी करेंगे. इसी वजह से हार्दिक भी अपने अगले कदम को लेकर सोच विचार में पड़े हुए हैं.
जो मांगे पूरी करेगा उनको समर्थन देंगे- प्रवीण राम
कुछ यही हालत प्रवीण राम की है जो पिछले दो साल से बेरोजगारी और युवाओं से जुड़े तमाम मुद्दों पर आंदोलन चला रहे हैं. आंदोलनकारी प्रवीण राम का कहना है, ‘’बातचीत के लिए दोनों राह खुली है. जो मांगे पूरी करेगा उनको समर्थन देंगे. कांग्रेस से बात हुई है. बीजेपी भी अगर बात के लिए बुलाये तो बात के लिए तैयार हैं.’’
किसी भी पार्टी में शामिल नहीं होऊंगा- जिग्नेश मेवाणी
गुजरात के तीसरे लड़के जिग्नेश मेवाणी जरूर कांग्रेस के करीब दिख रहे हैं, लेकिन वो अल्पेश ठाकोर की तरह कांग्रेस में शामिल होने से इनकार कर रहे हैं. जिग्नेश मेवाणी ने कहा है कि मैं किसी भी पार्टी में शामिल नहीं होऊंगा.
गुजरात के चार लड़कों में से केवल अल्पेश ठाकोर ने कांग्रेस का दामन थामा है. कांग्रेस को उम्मीद थी कि बाकी के तीनों लड़के भी चुनावी रणभूमि में उसकी तरफ से बीजेपी के खिलाफ लड़ाई लड़ेंगे, लेकिन अब उनके रूख को देखकर यही सवाल उठ रहा है कि क्या गुजरात के तीन लड़के कांग्रेस के हाथ से छिटक रहे हैं?