'BJP-RSS के लोगों और यहूदी-ईसाइयों को सिखाना चाहते थे सबक', गिरफ्तारी के बाद ISIS के आतंकियों ने खोले राज
Gujarat ATS: आईएसआईएस के कदम अब गुजरात तक पहुंच चुके हैं. गुजरात आतंकवाद निरोधी दस्ते यानी एटीएस ने अहमदाबाद एयरपोर्ट से 4 आईएसआईएस आतंकियों को गिरफ्तार किया है. चारों कट्टरपंथी विचारधारा से जुड़े थे.
Gujarat ATS: गुजरात एटीएस को अहमदाबाद में बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. इस दौरान एटीएस की टीम ने अहमदाबाद एयरपोर्ट से चार आईएसआईएस आतंकियों को गिरफ्तार किया. बताया जा रहा है कि गिरफ्तार किए गए ये चारों आतंकी श्रीलंकाई नागरिक हैं. फिलहाल, एटीएस ने इनके पास से एक गुलाबी पार्सल बरामद किया है, जिसमें पाकिस्तान मेड पिस्टल, गोलियां और काले रंग का झंडा मिला है. गिरफ्तार आतंकियों से फिलहाल पूछताछ जारी है.
जानकारी के अनुसार, गुजरात के डीजीपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बताया कि अहमदाबाद से गिरफ्तार किए गए इस्लामिक स्टेट के चारों आतंकी यहूदियों, ईसाइयों, बीजेपी और आरएसएस को लोगों को टारगेट कर सबक सिखाना चाहते थे. एटीएस का कहना है कि इन आरोपियों की जांच से पता चला कि उनका मकसद मुस्लिम समुदाय के खिलाफ कथित अत्याचार करने वालों को सबक सिखाना है.
श्रीलंका से निकला कनेक्शन
गुजरात एटीएस ने बताया कि इन चारों की पहचान मोहम्मद नुसरत, मोहम्मद फारिस, मोहम्मद रासदीन और मोहम्मद नफ़रान के रूप में की गई है. एटीएस ने कहा कि ये सभी आरोपी श्रीलंका के नागरिक हैं. गुजरात एटीएस ने कहा कि बरामद चीजों यह भी पता चला है कि चारों आईएसआईएस आतंकवादियों ने इस्लामिक स्टेट के बैनर तले भारत में किसी जगह पर आतंकवादी हमले को अंजाम देने की साजिश रची थी, जिसके लिए वे अहमदाबाद पहुंचे थे. जबकि, "मोहम्मद नुसरथ के पास से पाकिस्तानी वीजा मिला है.
आतंकी हमले को अंजाम देने आए थे भारत
इस मामले पर गुजरात के डीजीपी विकाश सहाय ने कहा कि ये चारों आतंकवादी चेन्नई से अहमदाबाद जाने वाली फ्लाइट में सवार हुए थे. इन चारों की गिरफ्तारियां दक्षिण से आने वाले यात्रियों की जानकारी और लिस्ट की छानबीन करने के बाद की गईं. डीजीपी ने बताया कि ये चारों पूरी तरह से आईएसआईएस की विचारधारा से कट्टरपंथी हैं और आतंकी हमले को अंजाम देने के भारत आए थे.
एक ही PNR पर चारो आतंकी कर रहे थे कोलंबों में यात्रा- DGP
जानकारी के मुताबिक, वे 18 या 19 मई को रेलवे या फ्लाइट से अहमदाबाद पहुंचने वाले थे. मिली सूचना के आधार पर ट्रैप बनाया गया. जिसके बाद साउथ से आने वाली ट्रेनों और उड़ानों की यात्री लिस्ट की छानबीन की गई. डीजीपी ने कहा कि ये सभी यात्री एक ही पीएनआर नंबर पर कोलंबो में यात्रा कर रहे थे.