गुजरात में 2002 के बाद कैबिनेट में सबसे कम मंत्री, 2024 में फिर क्लीन स्वीप के समीकरण साधने में जुटी BJP
Gujarat BJP: इस बार गुजरात कैबिनेट में कई नए चेहरों को भी मौका दिया गया है. कैबिनेट में कुल 6 नए चेहरे शामिल हैं, वहीं अनुभवी नेताओं को भी जगह दी गई है.
General Election 2024: पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के गृह राज्य गुजरात में बीजेपी ने भारी बहुमत के साथ सरकार बनाई है. इस बार कांग्रेस और आम आदमी को काफी पीछे छोड़ते हुए बीजेपी ने कुल 182 सीटों में से 156 सीटों पर जीत दर्ज की. वहीं कांग्रेस महज 17 सीटों पर सिमट गई. अब इस बड़ी जीत को आने वाले लोकसभा चुनाव के नजरिए से भी देखा जा रहा है. गुजरात में बीजेपी ने इसके लिए तैयारियां भी शुरू कर दी हैं. पार्टी की कोशिश है कि विधानसभा की तरह लोकसभा चुनाव में भी रिकॉर्डतोड़ जीत दर्ज की जाए.
2002 के बाद सबसे छोटी कैबिनेट
गुजरात में सरकार बनने के बाद जो कैबिनेट का गठन हुआ है, उससे बीजेपी के मिशन 2024 की तस्वीर देखी जा सकती है. मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को मिलाकर कुल 17 नेताओं ने मंत्रिपद की शपथ ली है. गुजरात में 1998 के बाद से ये दूसरी बार है जब किसी कैबिनेट में इतने कम मंत्री चुने गए हों. यानी बीजेपी के शासनकाल में ये दूसरी सबसे छोटी कैबिनेट है.
इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में गुजरात के एक सीनियर बीजेपी नेता ने बताया कि साल 2002 में जब नरेंद्र मोदी राज्य के मुख्यमंत्री थे तो सिर्फ 15 लोगों ने मंत्रिपद की शपथ ली थी. दो साल तक कैबिनेट विस्तार नहीं किया गया. बीजेपी नेता ने बताया कि भूपेंद्र पटेल कैबिनेट में भी इसी तरह हो सकता है. यानी 2024 लोकसभा चुनाव से ठीक पहले कैबिनेट विस्तार किया जा सकता है. इस दौरान उन मंत्रियों को भी हटाया जा सकता है जो ठीक से काम नहीं कर पाए.
बीजेपी ने साधे जातीय समीकरण
अब गुजरात सरकार में कैबिनेट मंत्रियों का जातीय समीकरण देखें तो इसमें मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को मिलाकर कुल 4 पाटीदार नेता हैं. इसके अलावा कुल 7 ओबीसी नेताओं को कैबिनेट में जगह दी गई है. वहीं दो एसटी और ब्राह्मण, क्षत्रिय, दलित और जैन समुदाय के एक-एक नेता को मौका दिया गया है. महिला उम्मीदवारी की अगर बात करें तो फिलहाल भूपेंद्र पटेल कैबिनेट में सिर्फ एक महिला मंत्री शामिल हैं.
2024 चुनाव से पहले हो सकता है कैबिनेट विस्तार
इस बार कैबिनेट में कई नए चेहरों को भी मौका दिया गया है. कैबिनेट में कुल 6 नए चेहरे शामिल हैं, वहीं अनुभवी नेताओं को भी जगह दी गई है. हालांकि कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए हार्दिक पटेल और अल्पेश ठाकोर को कैबिनेट में जगह नहीं दी गई है. उम्मीद है कि दोनों ही नेताओं को कैबिनेट विस्तार के दौरान जगह मिल सकती है. इस दौरान कई युवा चेहरों को मौका दिया जा सकता है. यानी 2024 लोकसभा चुनाव से ठीक पहले बीजेपी ने गुजरात के लिए बड़ा दांव संभालकर रखा है, जिसे मौका देखते ही खेला जा सकता है.
बता दें कि पिछले यानी 2019 लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने गुजरात में क्लीन स्वीप की थी. बीजेपी ने सभी 26 सीटों पर जीत दर्ज कर इतिहास रचा था. इस चुनाव में पार्टी को 63 फीसदी से भी ज्यादा वोट मिले थे. बीजेपी इस बार फिर विधानसभा चुनाव के नतीजों को सामने रखकर लोकसभा में क्लीन स्वीप की तैयारी में है.
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