राजकोटराहुल गांधी का तीन दिन का दौरा आज खत्म हो गया. अब खबर है कि राहुल गांधी एक नवंबर से फिर तीन दिन के दौरे पर गुजरात जाएंगे. गुजरात यात्रा के तीसरे चरण में दक्षिण गुजरात के भरूच, नर्मदा, सूरत, तापी, वलसाड़, डांग जिलों का दौरा करेंगे.

उधर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की तरफ से राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ को लेकर महिलाओं पर दिए गए बयान से राजनीति गरमा गई है. अब इस मामले पर राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी की पत्नी और बीजेपी की महिला विंग ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर हल्ला बोल दिया है.

आज राजकोट में राहुल गांधी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया है. इस प्रदर्शन की कमान सीएम विजय रुपाणी की पत्नी अंजलि रुपाणी ने संभाली थी. विरोध प्रदर्शन के दौरान राहुल गांधी के पुतले के पुतले को साड़ी पहनाई गई. साथ ही बिंदी और लिपस्टिक भी लगाई गई. महिलाओं ने राहुल के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए और उनसे माफी मांगने को भी कहा.



आपको बता दें कि राहुल ने आरएसएस में महिलाओं की अनुपस्थिति को लेकर कल बयान दिया था. राहुल ने कहा था, ‘’  ‘’इनका (बीजेपी) मेन संगठन आरएसएस है. कितनी महिलाएं हैं आरएसएस में? कभी शाखा में महिलाओं को देखा है शॉर्ट्स में? मैंने तो नहीं देखा.’’ उन्होंने कहा, ‘’इनकी सोच है कि जब तक महिला चुप रहे, कुछ बोले न, तब तक महिला ठीक है. जैसे ही महिला ने मुंह खोला, उसको चुप करवाओ.’’ क्या आपने सुना है कि कोई महिला आरएसएस के ऊंचे पद पर पहुंची है? (यहां पढ़ें पूरी खबर)

राहुल के इस बयान पर बीजेपी ने पलटवार किया है. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा है कि महिलाओं को लेकर राहुल का ये बयान  उनकी गंदी सोच है. उन्होंने कहा, ‘’वह महिलाओं के दर्शन करते हुए सम्मान की भाषा बोले तो बेहतर होगा.’’



वहीं, आरएएस ने राहुल गांधी को आरएएस के बारे में सही जानकारी हासिल करने की सलाह देते हुए कहा है, ‘’राहुल गांधी को अपने बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए, क्योंकि उन्हें आरएसएस के कार्यों को लेकर सही जानकारी नहीं हैं. राहुल गांधी को सबसे पहले आरएसएस के कार्यों को समझना चाहिए और वैसे बयान नहीं देने चाहिए जिनका कोई आधार नहीं हैं.’’

आरएसएस और राहुल गांधी की ये टक्कर नई नहीं है. इससे पहले वो महात्मा गांधी की हत्या और स्वतंत्रता आंदोलन में आरएसएस की भूमिका को लेकर उसपर निशाना साध चुके हैं और उसी कड़ी में उन्होंने इस बार महिलाओं का मुद्दा उठाते हुए आरएसएस की सोच पर सवाल उठाया है.