ABP ओपिनियन पोल: BJP-कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर, BJP को 95, कांग्रेस को मिल सकती हैं 82 सीट
गुजरात चुनाव फाइनल ओपिनियन पोल: गुजरात के चारो क्षेत्रों के वोट शेयर मिला दिए जाएं तो बीजेपी-43% और कांग्रेस 43% वोट शेयर के साथ आमने-सामने हैं. अन्य के खाते में 14% शेयर जा सकते हैं.
नई दिल्ली: इस वक्त गुजरात की जनता पूरे देश को प्रभावित करने वाले सियासी संग्राम की साक्षी बनी हुई है. गुजरात में कांग्रेस और बीजेपी के बीच राजनीतिक तलवारें खिंची हुई हैं. दोनों दलों के धुरंधर अपने तरकश से हर वो तीर छोड़ रहे हैं जिससे विपक्षी धड़े को चित किया जा सके. वहीं, लोकतंत्र की सबसे ताकतवर ईकाई माने जाने वाली 'जनता' भी इस पूरे राजनीति द्वंद पर गहरी नजर बनाए हुए है. लेकिन इस बार जीत का सेहरा किसके सिर बंधेगा, कौन बाजी मारेगा, यह तो 18 दिसंबर के गर्भ में छिपा हुआ है. यह चुनाव देश के दो बड़े सियासी दलों की साख का ही सवाल नहीं है, बल्कि इसके नतीजे 2019 लोकसभा चुनाव की पटकथा भी लिखेगा. इसीलिए इस चुनाव को सियासी गलियारे में 2019 का सेमीफाइनल कहा जा रहा है. भारतीय राजनीति की दिशा करने वाले इस चुनावी नतीजे से पहले गुजरात के जनता की नब्ज को टटोलने के लिए एबीपी न्यूज-लोकनीति-सीएसडीएस ने फाइनल ओपिनियन पोल किया है.
गुजरात चुनाव से पहले एबीपी न्यूज-लोकनीति-सीएसडीएस के ओपिनियन पोल के मुताबिक गुजरात में मामूली बढ़त के साथ बीजेपी फिर सरकार बना सकती है. इस चुनाव में बीजेपी की चुनौती सत्ता बरकरार रखने की है तो कांग्रेस वापसी के लिए बेताब है. गुजरात विधानसभा चुनाव की हर उठापटक को यहां पढ़ें
किसको कितनी सीटें?
रोज रंग बदलती गुजरात की राजनीति में पूरा देश दिलचस्पी ले रहा है. सभी की जुबान पर एक ही सवाल, किसकी बनेगी सरकार? एबीपी न्यूज-लोकनीति-सीएसडीएस के ओपिनियन पोल के मुताबिक, बीजेपी को 91 से 99 सीटें, कांग्रेस को 78 से 86 सीटें, अन्य को 3 से 7 सीटें मिल सकती हैं. अगर इन आंकड़ों का औसत निकालें तो गुजरात में बीजेपी को 95 सीटें, कांग्रेस को 82 और अन्य के खाते में 5 सीटें जा सकती हैं. यानि बीजेपी एक बार फिर मामूली बढ़त के साथ सरकार बना सकती है. गुजरात के चारो क्षेत्रों के वोट शेयर मिला दिए जाएं तो बीजेपी-43% और कांग्रेस 43% वोट शेयर के साथ आमने-सामने हैं. अन्य के खाते में 14% शेयर जा सकते हैं.
जीएसटी की वजह से किस पाले में हैं व्यापारी?
गुजरात चुनाव में जीएसटी मुद्दों का सरताज बना हुआ है. पीएम मोदी पर हमला करने के लिए राहुल गांधी ने जीएसटी को ब्रह्मास्त्र की तरह इस्तेमाल किया है. उन्होंने बीजेपी पर 'नोटबंदी अस्त्र' से भी हमला किया लेकिन जीएसटी अस्त्र कामयाब होता दिखाई दे रहा है. गुजरात विधानसभा चुनाव ओपिनियन पोल के मुताबिक जीएसटी से गुजरात के व्यापारी खुश नहीं हैं. ओपिनियन पोल के मुताबिक, 44 प्रतिशत व्यापारी जीएसटी से नाखुश हैं. हालांकि 37 प्रतिशत व्यापारी वर्ग जीएसटी के पक्ष में हैं.
बीजेपी- 40 % (-3) कांग्रेस- 43 % (4)
लेकिन ओपिनियन पोल में 40 प्रतिशत व्यापारियों ने बीजेपी के पक्ष में वोट करने की बात कही जबकि 43 प्रतिशत व्यापारियों ने कहा कि वे कांग्रेस को वोट देना पसंद करेंगे. जीएसटी बना चुनावी मुद्दा, क्या सोच रही है जनता. सियासी संग्राम की पूरी डिटेल खबर यहां पढ़ें.
कौन सी जाति किसके साथ?
एबीपी न्यूज-लोकनीति-सीएसडीएस के ओपिनियन पोल के मुताबिक दलित, आदिवासी और पटेल कांग्रेस के साथ दिखाई दे रहे हैं जबकि सवर्ण और कोली बीजेपी के साथ खड़े दिखाई दे रहे हैं.
पटेल- बीजेपी से 2 फीसदी ज्यादा कांग्रेस के साथ सवर्ण- कांग्रेस से 26 फीसदी ज्यादा बीजेपी के साथ कोली- कांग्रेस से 26 फीसदी ज्यादा बीजेपी के साथ दलित- बीजेपी से 18 फीसदी ज्यादा कांग्रेस के साथ आदिवासी- बीजेपी से 18 फीसदी ज्यादा कांग्रेस के साथ
आसान शब्दों में वहां की जाति सियासत को समझिए. दो दशक से बीजेपी का वोटर रहा पटेल समाज कांग्रेस के साथ जाता दिखाई दे रहा है. कोली वोटर कांग्रेस का साथ छोड़ कर बीजेपी के साथ जाता दिखाई दे रहा है. बीजेपी के आदिवासी वोट बैंक में कांग्रेस ने भारी सेंधमारी की है. पिछले सर्वे में आदिवासी समाज के लोग बीजेपी के साथ थे. पूरी डिटेल खबर यहां पढ़ें.
पटेल समुदाय में हार्दिक की लोकप्रियता कितनी ?
बीजेपी के गले की हड्डी बने हार्दिक पटेल ने सूबे के सियासी समीकरण को हिला कर रख दिया है. पाटिदार आंदोलन के अगुआ बने हार्दिक ने खूब लोकप्रियता बटोरी है. लेकिन ओपिनियन पोल के मुताबिक, उनकी लोकप्रियता के ग्राफ में गिरावट देखी गई है. लेकिन फिर भी पटेल समाज के 58 प्रतिशत लोग हार्दिक के साथ खड़े दिखाई दे रहे हैं. लोकप्रियता कम होने के संभावित कारण- पूरी डिटेल खबर यहां पढ़ें
- अगस्त में 61 प्रतिशत पटेल समाज हार्दिक के साथ था. - अक्टूबर में 64 प्रतिशत पटेल समाज हार्दिक के साथ था. - नवंबर में 58 प्रतिशत पटेल समाज हार्दिक के साथ था. सौराष्ट्र-कच्छ इलाके(कुल सीट- 54) में किस पर कौन भारी? ओपिनियन पोल के मुताबिक गुजरात के सौराष्ट्र-कच्छ इलाके में ग्रामीण क्षेत्र में कांग्रेस को फायदा होता दिख रहा है. गांव में 43% वोट शेयर बीजेपी के साथ है तो 49% की पसंद कांग्रेस है. सौराष्ट्र-कच्छ के शहरी इलाकों की बात करें तो यहां बीजेपी को बंपर फायदा होता दिख रहा है. सौराष्ट्र-कच्छ के 46% वोट शेयर बीजेपी के साथ है तो सिर्फ 30% वोट शेयर ही कांग्रेस को मिलता दिख रहा है. सौराष्ट्र-कच्छ के फाइनल ओपिनियन पोल पर नजर डालें तो बीजेपी ही आगे दिख रही है. 45 % वोट शेयर बीजेपी को मिलता दिख रहा है तो 39% वोट शेयर कांग्रेस को मिलता दिख रहा है. आखिर क्यों और क्या है इसके मायने.. पूरी डिटेल खबर यहां पढ़ें
सौराष्ट्र-कच्छ गांवों में कौन आगे ?
बीजेपी- 43% कांग्रेस- 49%
शहरों में कौन आगे ?
बीजेपी- 46% कांग्रेस- 30%
उत्तर गुजरात के इलाकों (53 विधानसभा सीटें) में किस पर कौन भारी? ओपिनियन पोल के मुताबिक उत्तर गुजरात के इलाके में ग्रामीण क्षेत्र में कांग्रेस को फायदा होता दिख रहा है. गांव में 41% वोट शेयर बीजेपी के साथ है तो 56% की पसंद कांग्रेस है. उत्तर गुजरात के शहरी इलाकों की बात करें तो यहां बीजेपी को फायदा हो रहा है. उत्तर गुजरात के 50% वोट शेयर बीजेपी के साथ है तो 41% वोट शेयर ही कांग्रेस को मिलता दिख रहा है. उत्तर गुजरात के फाइनल ओपिनियन पोल पर नजर डालें तो यहां सत्ताधारी बीजेपी को झटका लग रहा है. बीजेपी को सिर्फ 45% तो कांग्रेस के खाते में 49% वोट शेयर जाता दिख रहा है. (पूरी डिटेल खबर यहां क्लिक करके पढ़ें)
मध्य गुजरात में किस पर कौन भारी? मध्य गुजरात में कुल 40 सीटें हैं. यहां के ग्रामीण इलाकों में 47% के साथ कांग्रेस आगे है. बीजेपी को ग्रामीण इलाकों में 43% वोट शेयर मिलता नजर आ रहा है. वहीं मध्य गुजरात के शहरी इलाकों में बीजेपी 35% के साथ आगे हैं. यहां कांग्रेस 20% वोट शेयर के साथ काफी पीछे है. यदि दोनों को मिलाकर बात करें तो ओपिनियन पोल के मुताबिक मध्य गुजरात में बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर दिख रही है. फाइनल आंकड़ों के मुताबिक बीजेपी के हिस्से 41% और कांग्रेस की झोली में 40% वोट शेयर आता दिख रहा है. डिटेल खबर यहां पढ़ें
दक्षिण गुजरात में किस पर कौन भारी? ओपिनियन पोल के मुताबिक दक्षिण गुजरात के ग्रामीण इलाके में कांग्रेस और बीजेपी के बीच कांटे की टक्कर है. बीजेपी के खाते में 44% और कांग्रेस के खाते में 42% वोट शेयर जाता दिख रहा है. दक्षिण गुजरात के शहरी इलाकों में बीजेपी को बड़ा झटका लगता दिख रहा है. बीजेपी को सिर्फ 36% वोट शेयर और कांग्रेस को बंपर बढ़त के साथ 43% वोट शेयर मिल सकता है.
दक्षिण गुजरात की फाइनल तस्वीर? बीजेपी को जहां 41% वोट शेयर मिलने का अनुमान है तो कांग्रेस के हिस्से 42% वोट शेयर जाता दिख रहा है. पूरी डिटेल खबर यहां पढ़ें
गुजरात के चारो क्षेत्रों के वोट शेयर मिला दिए जाएं तो बीजेपी-43% और कांग्रेस 43% वोट शेयर के साथ आमने-सामने हैं. अन्य के खाते में 14% शेयर जा सकते हैं.
कैसे हुआ ओपिनियन पोल? एबीपी न्यूज-लोकनीति-सीएसडीएस ने 23 से 30 नवंबर के बीच 50 विधानसभा क्षेत्रों के 200 बूथों पर जाकर 3655 लोगों की चुनाव को लेकर राय जानी.