Gujarat Flood: गुजरात के नए मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने राज्य के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया और स्थिति का जायजा लिया. मुख्यमंत्री ने स्थानीय लोगों से बातचीत की और हालात से अवगत हुए. बता दें कि गुजरात के राजकोट और जामनगर जिलों में पिछले 24 घंटे के दौरान भारी बारिश हुई और बाढ़ में फंसे हुए 200 से अधिक लोगों को बचाया गया जबकि दोनों जिलों में सात हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
अधिकारियों ने बताया कि बाढ़ के कारण जामनगर में एक राष्ट्रीय राजमार्ग के अलावा सौराष्ट्र क्षेत्र के राजकोट, जामनगर और जूनागढ़ जिलों से गुजरने वाले 18 राज्य राजमार्ग बंद कर दिए गए, जिससे यातायात प्रभावित हुआ. उन्होंने बताया कि भारी बारिश के बाद कई गांवों का संपर्क सड़कों से टूट गया है.
अधिकारियों ने बताया कि फोफल नदी पर बना हुआ एक पुल गिर गया, जिससे राजकोट जिले में जाम कंडोरना और गोंडल को जोड़ने वाली सड़क बंद हो गई. राजकोट और जामनगर में रातभर बारिश के बाद मंगलवार को दोनों जिलों में बारिश कुछ कम हुई, जबकि पड़ोसी जूनागढ़ जिले में दिन में भारी बारिश होने की खबर मिली है.
अधिकारियों के अनुसार भारी बारिश से बुरी तरह प्रभावित दोनों जिलों में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की टीमों की ओर से चलाए जा रहे राहत एवं बचाव कार्यों में मदद के लिए भारतीय वायु सेना (आईएएफ), नौसेना और तटरक्षक बल को बुलाया गया.
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) ने एक ताजा बुलेटिन कहा कि राजकोट के लोधिका तालुका में मंगलवार सुबह छह बजे समाप्त 24 घंटे की अवधि के दौरान राज्य में सबसे अधिक 516 मिलीमीटर (मिमी) बारिश हुई.
एसईओसी ने कहा कि सौराष्ट्र के जूनागढ़ जिले के विसावदर तालुका में 468 मिमी बारिश हुई, जबकि जामनगर के कलावाड़ में 406 मिमी, राजकोट तालुका में 325 मिमी और राजकोट के धोराजी में 250 मिमी बारिश हुई.
अधिकारियों ने बताया कि भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टरों ने जामनगर जिले के कई स्थानों में फंसे हुए 22 लोगों को बचाया. जिले में कुल 150 लोगों को बचाया गया. उन्होंने बताया कि वायु सेना ने राजकोट में भी सात ग्रामीणों को बचाया जबकि जिले में कुल 56 लोगों को बचाया गया.
राजकोट के जिलाधिकारी अरुण महेश बाबू ने कहा, ‘‘नौसेना की एक टीम सोमवार को राजकोट में पानी के तेज बहाव में कार के बह जाने के बाद लापता हुए दो लोगों की तलाश के लिए अभियान में मदद कर रही है.’’
जामनगर के जिलाधिकारी सौरभ पारधी ने कहा कि नौसेना और तटरक्षक बल की टीमों ने भी जामनगर प्रशासन की शहर में 150 से 160 लोगों को बचाने में मदद की क्योंकि स्थानीय बचाव दल जल स्तर में वृद्धि के कारण वहां नहीं पहुंच पाए. गुजरात में मानसून के मौसम में सामान्य रूप से होने वाली बारिश का इस बार 69.24 प्रतिशत ही हुआ है. एसईओसी की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक गुजरात में इस महीने अब तक 219.2 मिमी बारिश हुई है. अगस्त में 65.3 मिमी, जुलाई में 176.7 मिमी जबकि जून में 120.4 मिमी बारिश हुई थी.