नई दिल्ली: आज कांग्रेस ने गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए अपनी दूसरी लिस्ट जारी की है. प्रवीण तोगड़िया के भाई प्रफुल्ल तोगड़िया का टिकट कट गया. चार सीटों पर उम्मीदवार बदले गए. आपको बता दें कि "हिंदुस्तान में रहने वाले सभी लोग हिन्दू हैं". ये बयान सूरत के वराछा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार प्रफुल्ल तोगड़िया का था.



कांग्रेस उम्मीदवार प्रफुल्ल तोगड़िया सूरत नगर निगम में विपक्ष के नेता होने के साथ साथ विश्व हिंदू परिषद नेता प्रवीण तोगड़िया के चचेरे भाई भी हैं. एबीपी न्यूज से बातचीत में उन्होंने कहा था कि हिंदुस्तान में रहने वाले सभी लोग हिन्दू हैं और प्रवीण तोगड़िया का आशीर्वाद उनके साथ है. तोगड़िया की उम्मीदवारी गुजरात चुनाव में कांग्रेस के सॉफ्ट हिंदुत्व की रणनीति का एक और उदाहरण था.


प्रफुल्ल तोगड़िया ने कहा था, "हिंदुस्तान में रहने वाले सभी लोग हिन्दू हैं. हिन्दू और हिंदुस्तानी एक ही बात है. ठीक वैसे ही जैसे गुजरात में रहने वाले लोग गुजराती कहलाते हैं." इसके साथ ही उन्होंने कहा, "राम मंदिर का दरवाजा कांग्रेस ने ही खुलवाया था...राम मंदिर तो बनना ही चाहिए". उन्होंने कहा कि प्रवीण तोगड़िया मेरे बड़े भाई हैं, मैं उनके पैर छूता हूं.


कांग्रेस की लिस्ट आने के बाद इनके ऑफिस पर हार्दिक पटेल के कार्यकर्ताओं ने खूब हंगामा किया था. तोगड़िया ने विरोध प्रदर्शन को तो मामूली बताया लेकिन जैसे ही प्रवीण तोगड़िया से इनके रिश्ते और विचारधारा की बात पूछी गई इन्होंने बेबाकी से अपनी राय जाहिर कर दी.


सूरत के वराछा सीट पर कुल दो लाख वोटरों में से करीब डेढ़ लाख पाटीदार हैं. तोगड़िया के नाम के एलान के तुरंत बाद हार्दिक पटेल के समर्थकों ने जमकर हंगामा किया. उनका आरोप है कि कांग्रेस ने दमदार उम्मीदवार नहीं खड़ा किया.


साल 2012 में ये सीट अस्तित्व में आई और बीजेपी के उम्मीदवार किशोर कनानी लगभग बीस हजार वोटों से जीते. कनानी एक बार फिर से आत्मविश्वास के साथ मैदान में हैं. कनानी ने कहा कि पाटीदार समाज उनके साथ है क्योंकि वो समाज के साथ खड़े रहे हैं.


किशोर कनानी की बात में दम इसलिए लगता है क्योंकि वराछा के हिरबाग इलाके में कुछ बुजुर्ग पाटीदारों से एबीपी न्यूज़ ने बात की तो सभी ने एक सुर में बीजेपी को समर्थन की बात कही. हालांकि युवा वोटर विकल्प की बात करते नजर आए और उनमें हार्दिक पटेल को लेकर सहानुभूति भी थी. वराछा की अहमियत इस बात से भी बढ़ जाती है कि पिछले दिनों सूरत में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की रैली वराछा में ही हुई थी.