नींबू की बढ़ती कीमतों का गुजरात कनेक्शन, 300 से 350 रुपए प्रति किलो तक पहुंचा दाम
थोक बाजार से आम लोगों तक पहुंचते-पहुंचते नींबू की कीमत 300 से 350 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गई है.
बाजार में इन दिनों नींबू की कीमतें आसमान छू रही हैं. थोक बाजार में भी नींबू 150 रुपए किलो तक बिक रहा है. थोक बाजार से आम लोगों तक पहुंचते-पहुंचते नींबू की कीमत 300 से 350 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गई है. दिल्ली की आजादपुर मंडी में 35 साल से नींबू का व्यापार कर रहे आढ़ती जवाहरलाल बताते हैं कि नींबू की पैदावार देश के चार से पांच राज्यों में मुख्य तौर पर होती है जिनमें गुजरात अहम है.
गुजरात में नींबू की फसल काफी अच्छी हुआ करती थी लेकिन पिछले साल पहले गुजरात और महाराष्ट्र में तौकते नाम का चक्रवाती तूफान आया था जिसकी वजह से नींबू की फसल को काफी नुकसान हुआ था काफी पेड़ टूट गए थे. जिसकी वजह से गुजरात और महाराष्ट्र से नींबू बाजार में ना के बराबर आ रहा है. अब नींबू सिर्फ और सिर्फ आंध्र प्रदेश से ही बाजार में आ रहा है जिसकी वजह से नींबू इतना महंगा हो गया है. साथ ही साथ पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमतों का भी असर है लेकिन पेट्रोल और डीजल की कीमतों का उतना असर नहीं है जितना गुजरात से नींबू का बाजार में ना आ पाना है.
कीमतें कम होने के आसार कम
नींबू की कीमतों के आने वाले एक से दो साल तक कम होने के आसार बहुत कम हैं. आमतौर पर नींबू की नई फसल आने में कम से कम 2 से 3 साल तक लगते हैं. गुजरात और महाराष्ट्र में जो नए पेड़ लगे होंगे उन्हें तैयार होने में अभी वक़्त लगेगा. जिसकी वजह से गुजरात से आने वाले नींबू की कमी बाजार में रहेगी.
खुदरा व्यापारियों की बढ़ी परेशानियां
नींबू का खुदरा व्यापार करने वाले व्यापारी काफी परेशान हैं क्योंकि उनसे नींबू खरीदने वाले लोग काफी कम हो गए हैं. आज़ाद पुर मंडी में नींबू के खुदरा विक्रेता अदित्य बताते हैं कि जो अच्छी क्वालिटी का नींबू है वो 250 रुपए किलो है. लोग बहुत कम खरीददारी कर रहे हैं. दुकानदारी आधे से भी कम हो गई है. आगे भी उम्मीद नहीं है क्योंकि नींबू के दाम आगे भी बढ़ेंगे.
खुदरा विक्रेता सोमनाथ पांडेय बताते हैं कि माल की शॉर्टेज है जिसकी वजह से नींबू महंगा होता जा रहा है. हम लोगों से छोटे दुकानदार नींबू खरीदते हैं हम उन्हें 280 रुपए प्रति किलो के हिसाब से बेचते हैं वो आगे जाकर अपने हिसाब से लोगों को बेचते होंगे. ग्राहक बहुत कम आ रहे हैं जिसे 2 किलो की जरूरत है वो 1 किलो ही ले जा रहा है काम धंधा चौपट है.
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