अहमदाबाद: गुजरात के धनेरा जिला स्थित लावारा गांव के चार दलित परिवारों की खेती की जमीन 40 सालों पर वापस मिल गई है. इस जमीन पर अवैध रूप से कब्जा जमाया गया था और इन परिवारों के यह जमीन वापस हासिल करने में करीब 4 दशक लग गए. जमीन आवंटन और अन्य मांगों को लेकर दलित समुदाय के सदस्यों के प्रदर्शन मार्च निकाले जाने के बाद इन लोगों को यह जमीन वापस हासिल हुई.


बनासकांठा के जिला प्रशासन ने जमीन वापस दिलाई है जो मूलत: दलित परिवारों की थीं लेकिन उन पर कथित रूप से कुछ ग्रामीणों ने जबदस्ती कब्जा कर लिया था.


दलित नेता और राष्ट्रीय दलित अधिकार मंच के संयोजक जिग्नेश मेवानी अन्य कार्यकर्ताओं के साथ पास के लावारा गांव पहुंचे और एक आबंटित भूभाग पर नीला झंडा लहराकर ‘‘जीत’’ का जश्न मनाया. जिग्नेश की ‘आजादी कूच’ धनेरा शहर में खत्म हुई.