ABP C-Voter Survey On Gujarat: गुजरात विधानसभा चुनाव में राजनीतिक दलों के बीच अब लड़ाई दिलचस्प होती जा रही है. जैसे-जैसे मतदान की तारीख नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे चुनावी रोमांच और राजनीतिक पारा चरम पर पहुंच रहा है. मौजूदा समीकरणों की बात करें तो इस बार विधानसभा की लड़ाई में तीन मुख्य पार्टियां नजर आ रही है- पहली सत्तारूढ़ बीजेपी (BJP), दूसरी विपक्ष में बैठी कांग्रेस (Congress) और तीसरी आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party).
तीनों ही राजनीतिक दल जीत का दावा कर रहे हैं. हालांकि, कई ऐसे मुद्दे हैं, जिनका चुनाव में काफी असर दिखने वाला है. ऐसे ही 4 बड़े सवालों पर एबीपी न्यूज की टीम ने जनता की राय जानने की कोशिश की. एबीपी न्यूज के लिए यह सर्वे सी-वोटर ने किया है. चलिए अब आपको उन 4 सवालों के बारे में बताते हैं और यह भी जानकारी देते हैं कि जनता का मूड अभी क्या है.
ईशुदान गढ़वी को सीएम चेहरा घोषित करने से AAP को फायदा या नुकसान?
स्त्रोत- सी वोटर
- फायदा- 53%
- नुकसान- 32%
- असर नहीं- 15%
'मैं खुश हूं' पोस्टर कैंपेन से बीजेपी के पक्ष में माहौल बनेगा?
स्रोत- सी वोटर
- हां-49%
- नहीं-51%
गुजरात में मुस्लिम वोटरों की पसंद कौन है?
स्रोत- सी वोटर
- कांग्रेस-47%
- आप-25%
- ओवैसी-9%
- बीजेपी-19%
ओवैसी के स्लॉटर हाउस वाले दांव का चुनाव पर असर होगा?
स्रोत- सी वोटर
- हां-24%
- नहीं-76%
राजनीतिक दलों ने झोंकी पूरी ताकत
गुजरात के विधानसभा चुनाव में कई मुद्दे अहम रहने वाले हैं. एक तरफ जहां बीजेपी एक बार फिर मोदी फैक्टर (Modi Factor) पर चुनाव लड़ रही है और अपने कामों को गिना रही है तो वहीं 'आप' ने गुजरात के प्रसिद्ध पत्रकार रहे ईशुदान गढ़वी (Isudan Ghadhvi) को मैदान में उतारकर बड़ा दांव चला है. इस बार गुजरात के चुनाव में काफी कुछ पहली बार देखने को मिल रहा है, जैसे की एआईएमआईएम प्रमुख ओवैसी (AIMIM Chief Owaisi) की राज्य के चुनाव में खासा दिलचस्पी. वे भी पूरे दमखम के साथ चुनावी मैदान में ताल ठोक रहे हैं और एक के बाद एक रैली कर रहे हैं. हालांकि, जमीनी स्तर पर उनका कोई खास प्रभाव अभी तक देखने को नहीं मिला है. स्लॉटर हाउस वाले दांव का भी चुनाव पर कोई खास असर देखने को नहीं मिलेगा, जैसा की सर्वे के नतीजों से पता चलता है.
आपको बता दें कि गुजरात में 1 और 5 दिसंबर को वोटिंग है. नतीजे 8 दिसंबर को आएंगे. एबीपी न्यूज के लिए C VOTER ने साप्ताहिक सर्वे किया है. गुजरात में 2,666 लोगों से बात की गई है. सर्वे में मार्जिन ऑफ एरर प्लस माइनस 3 से प्लस माइनस 5 प्रतिशत है.
ये भी पढ़ें- Gujarat Election: सूरत में ओवैसी की सभा में 'मोदी-मोदी' के लगे नारे, दिखाए गए काले झंडे