Gujarat Election Result 2022: आम आदमी पार्टी (AAP) और असदुद्दीन ओवैसी की अगुआई वाली ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) ने गुजरात विधानसभा चुनाव में अल्पसंख्यकों के वोट में सेंध लगाते हुए राज्य की विभिन्न सीट पर मुख्य विपक्षी दल ने कांग्रेस के वोट के अंतर को काफी कम कर दिया. पिछले कई दशकों से अल्पसंख्यक, मुख्य रूप से मुस्लिम खासकर 2002 के गोधरा दंगों के बाद से कांग्रेस के वफादार मतदाता रहे हैं. राज्य में विधानसभा चुनाव एक और पांच दिसंबर को हुए थे और मतगणना आठ दिसंबर को हुई.


कांग्रेस सूत्रों के अनुसार, बीजेपी ने 2002 के दंगों के बाद ज्यादातर मौकों पर जातियों से परे हिंदुओं के एकजुट वोट पर ध्यान केंद्रित कर चुनावी गणना की है. उन्होंने कहा, इससे मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस कभी राज्य में जीत का फॉर्मूला रही सोशल इंजीनियरिंग की अपनी पुरानी रणनीति KHAM (क्षत्रिय, हरिजन, आदिवासी और मुस्लिम) के घटकों में अपने अल्पसंख्यक वोट को सुरक्षित करने में जुटी रही. हालांकि, आप और AIMIM के प्रवेश ने न केवल कांग्रेस के अल्पसंख्यक वोट बैंक को मुश्किल में डाल दिया, बल्कि सत्तारूढ़ बीजेपी को भी मदद पहुंचाई, जिसने चुनाव में एक भी मुस्लिम उम्मीदवार नहीं उतारा था.


चुनावी मैदान में कम मुस्लिम उम्मीदवार उतारे
गुजरात के विधानसभा चुनावों में पारंपरिक राजनीतिक दलों ने बहुत कम मुस्लिम उम्मीदवारों को मैदान में उतारा. कांग्रेस ने छह मुस्लिम उम्मीदवारों को मैदान में उतारा था, जबकि आप ने तीन सदस्यों को टिकट दिया था. AIMIM ने 13 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ा और उनमें से 12 पर मुस्लिम उम्मीदवार उतारे. AIMIM भले ही एक भी सीट जीतने में विफल रही हो और आप ने भले ही सिर्फ पांच सीटें जीती हों, लेकिन उन्होंने अपने पारंपरिक वोटों को विभाजित करके कई सीटों पर कांग्रेस की जीत की संभावनाओं को खत्म कर दिया. 


मुस्लिम उम्मीदवारों को वोट
गुजरात के अल्पसंख्यक बहुल दरियापुर सीट, जिसे कांग्रेस का गढ़ माना जाता है, वहां मौजूदा कांग्रेस विधायक गयासुद्दीन शेख बीजेपी के कौशिक जैन से 5,243 मतों के अंतर से हार गए. शेख को 55,847 मत मिले, जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी बीजेपी को 61,090 मत मिले. बीजेपी की जीत का अंतर AAP और AIMIM के उम्मीदवारों के वजह से बना. AAP को  4,164 और AIMIM को 1,771 वोट मिले.


जमालपुर-खड़िया में कांग्रेस के इमरान खेड़ावाला को लगातार तीसरा कार्यकाल मिला, लेकिन इस बार सिर्फ 58,487 वोट ही मिले, जबकि पिछले चुनाव में 75,000 वोट मिले थे. AIMIM के प्रदेश अध्यक्ष साबिर काबलीवाला को अहमदाबाद जिले के इस निर्वाचन क्षेत्र में 15,677 वोट और AAP को 5,887 वोट हासिल हुए. बापूनगर सीट पर मौजूदा कांग्रेस विधायक हिम्मतसिंह पटेल बीजेपी के दिनेशसिंह कुशवाहा से 12,070 मतों के अंतर से हार गए. आप और समाजवादी पार्टी के मुस्लिम उम्मीदवारों ने कांग्रेस और बीजेपी के बीच अंतर पैदा किया. आप को 6,384 और सपा को 3,671 वोट मिले.


दो बार के कांग्रेस विधायक हारे
मांगरोल सीट पर दो बार के कांग्रेस विधायक बाबू भाई वाजा बीजेपी के करगटिया लाखाभाई से 22,501 मतों से हार गए. AAP को 34,314 और AIMIM को 10,789 वोट मिले, इस प्रकार जूनागढ़ जिले में विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के हार में योगदान दिया. कांग्रेस ने अहमदाबाद में मुस्लिम और दलित बहुल दानिलिम्दा विधानसभा क्षेत्र जीता, इसके बावजूद AAP और AIMIM ने वोट काट लिए और बीजेपी ने कड़ी टक्कर दी. मौजूदा कांग्रेस विधायक शैलेश परमार ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी बीजेपी के नरेशभाई व्यास को 13,525 मतों के अंतर से हराया.


व्यास के पक्ष में डाले गए 55,381 मतों की तुलना में परमार को 68,906 मत मिले. AAP उम्मीदवार सोमा कपाड़िया को 22,934 मत मिले, जबकि AIMIM की कौशिका परमार को 2,464 मत मिले. हालांकि परमार जीत गए, लेकिन उनकी जीत का अंतर 2012 और 2017 की तुलना में बहुत कम था.


गोधरा सीट से जीती बीजेपी
गोधरा सीट पर बीजेपी के सीके राउलजी ने अपनी कांग्रेस प्रतिद्वंदी रश्मिताबेन चौहान को 35,198 मतों से हराया. राउलजी को 96,223 वोट मिले, जबकि चौहान को 61,025 वोट मिले. 2017 में बीजेपी की जीत का अंतर महज 358 वोटों का था. AAP के राजेशभाई पटेल ने 11,827 वोट हासिल किए, जबकि AIMIM के हसन कछबा ने 9,508 वोट हासिल किए, गोधरा जैसे संवेदनशील सीट पर कांग्रेस के वोटों को खा गए.


बीजेपी विधायक की लगातार तीसरी जीत
बीजेपी विधायक संगीता पाटिल ने सूरत की मराठी और मुस्लिम बहुल लिंबायत निर्वाचन क्षेत्र में लगातार तीसरी जीत दर्ज की. उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी AAP के पंकज तायदे को 58,009 मतों के अंतर से हराया. आप ने इस सीट पर पारंपरिक मुख्य विपक्षी कांग्रेस को पछाड़ते हुए तीसरे स्थान पर कब्जा कर लिया. तायेदे के पक्ष में 37,687 मतों की तुलना में पाटिल ने 95,696 मत प्राप्त किए. कांग्रेस उम्मीदवार गोपालभाई पाटिल 29,436 मतों के साथ तीसरे स्थान पर रहे, जबकि AIMIM 5,216 मतों के साथ चौथे स्थान पर रही.


अहमदाबाद जिले की वेजलपुर सीट, जिसमें जुहापुरा की बड़ी मुस्लिम बस्ती शामिल है. यहां अल्पसंख्यक समुदाय का 35 फीसदी वोट है. राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, मुस्लिम बहुल सीटों पर मतदान के पैटर्न से पता चलता है कि अल्पसंख्यकों ने अपनी वफादारी बदल ली है, क्योंकि कांग्रेस बीजेपी के विकल्प के रूप में उभरने में विफल रही है.


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