'...लेकिन 2002 में सबक सिखाने के बाद BJP ने स्थायी शांति कायम की', गुजरात में बोले अमित शाह
Amit Shah In Gujarat Rally: गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 1 और 5 दिसंबर को होना है. उससे पहले चुनाव प्रचार करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाए हैं.

Gujarat Assembly Polls: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कहा कि गुजरात में पहले असामाजिक तत्व हिंसा में लिप्त होते थे और कांग्रेस उनका समर्थन करती थी लेकिन साल 2002 में 'सबक सिखाने' के बाद, अपराधियों ने ऐसी गतिविधियां बंद कर दीं और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने राज्य में 'स्थायी शांति' कायम की.
गुजरात में फरवरी, 2002 में गोधरा रेलवे स्टेशन पर एक ट्रेन में आग लगने की घटना के बाद राज्य के कई हिस्सों में बड़े पैमाने पर हिंसा हुई थी. शाह ने राज्य में अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले खेड़ा जिले के महुधा में बीजेपी उम्मीदवारों के पक्ष में एक रैली की. उन्होंने आरोप लगाया, ''गुजरात में कांग्रेस के शासनकाल में (1995 से पहले), अक्सर साम्प्रदायिक दंगे होते थे.
अमित शाह का कांग्रेस पर आरोप
कांग्रेस विभिन्न समुदायों और जातियों के सदस्यों को एक-दूसरे के खिलाफ उकसाती थी. कांग्रेस ने ऐसे दंगों के जरिए अपने वोट बैंक को मजबूत किया और समाज के एक बड़े वर्ग के साथ अन्याय किया.’’ शाह ने दावा किया कि गुजरात में साल 2002 में दंगे इसलिए हुए क्योंकि अपराधियों को लंबे समय तक कांग्रेस से समर्थन मिलने के कारण हिंसा में शामिल होने की आदत हो गई थी.
‘बीजेपी ने गुजरात में स्थाई शांति कायम की’
वरिष्ठ बीजेपी नेता ने कहा, ‘‘लेकिन साल 2002 में सबक सिखाए जाने के बाद ऐसे तत्वों ने वह रास्ता (हिंसा का) छोड़ दिया. वे लोग साल 2002 से साल 2022 तक हिंसा से दूर रहे. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने सांप्रदायिक हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर गुजरात में स्थायी शांति कायम की है.
जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा प्रदान करने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद देते हुए शाह ने आरोप लगाया कि कांग्रेस अपने 'वोट बैंक' के कारण इसके खिलाफ थी.
ये भी पढ़ें: जबरन धर्म परिवर्तन पर गृहमंत्री अमित शाह ने दिखाई सख्ती, धर्मांतरण कानून को लेकर कही ये बात
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस

