Gujarat Election 2022: गुजरात चुनाव के लिए तमाम पार्टियों ने अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है. ऐसे में बीजेपी के कई नेता टिकट नहीं दिए जाने को लेकर नाराज हैं, इनमें ज्यादातर वो नेता हैं जो उन सीटों पर विधायक थे. इसी बीच अब बीजेपी ने नरोदा पाटिया दंगा मामले के एक दोषी की बेटी को टिकट दिए जाने का बचाव किया है. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की गुजरात इकाई के अध्यक्ष सीआर पाटिल ने 2002 के नरोदा पाटिया दंगा मामले के एक दोषी की बेटी को अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी का टिकट दिए जाने का बचाव किया और कहा कि वह योग्यता के आधार पर चुनाव लड़ रही हैं.
नरोदा विधानसभा से मिला है टिकट
भाजपा ने 2002 के गोधरा दंगों के बाद अहमदाबाद जिले के नरोदा पाटिया इलाके से संबंधित मामले में 16 दोषियों में से एक मनोज कुकरानी की बेटी और एनेस्थेटिस्ट पायल कुकरानी (30) को मैदान में उतारा है. नरोदा पाटिया दंगा में 97 मुसलमान मारे गए थे. पायल कुकरानी नरोदा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रही हैं. पाटिल ने कहा, ‘‘अदालत के आदेश के अनुसार, उन्हें (मनोज कुकरानी) दोषी ठहराया गया और उन्होंने अपनी जेल की सजा पूरी की. उनकी बेटी एक डॉक्टर हैं और शादीशुदा हैं. जब घटना हुई, तो उनकी उम्र 10-15 साल रही होगी.’’
पायल की उम्मीदवारी के बारे में पूछे जाने पर भाजपा नेता ने कहा, ‘‘वह चुनाव लड़ने और जीतने में सक्षम हैं. वह पार्टी कार्यकर्ता हैं. हमने उन्हें योग्यता के आधार पर चुनाव लड़ने के लिए कहा है.’’
आरोपों का भी दिया जवाब
आम आदमी पार्टी (आप) ने सूरत (पूर्व) विधानसभा सीट से उसके उम्मीदवार का भाजपा के जरिए ‘‘अपहरण’’ करने और उसके बाद मुकाबले से हटने संबंधी आरोप पर जवाब देते हुए पाटिल ने कहा कि अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी को अपने उम्मीदवारों का ध्यान रखना चाहिए और इस प्रकरण के लिए अनावश्यक रूप से सत्तारूढ़ दल को दोषी नहीं ठहराना चाहिए.
मोरबी झूलता पुल के गिरने के मामले पर पाटिल ने कहा कि मामले में चूक करने वाले किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने कहा, ‘‘राज्य सरकार किसी को नहीं बख्शेगी. मामले में प्राथमिकी स्पष्ट है. जांच के बाद (पुल दुर्घटना के लिए) जिम्मेदार पाए जाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.’’ मोरबी में 30 अक्टूबर को पुल गिरने से बच्चों और महिलाओं सहित 135 लोग मारे गए थे.
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