जीत उसी की होती है, जो मुकाबले को दिलचस्प बनाता है! इस फॉर्मूले से चुनावी पिच पर लगाए चौके-छक्के, पढ़ें पूरी कहानी
Rivaba Jadeja: रिवाबा जडेजा को जैसे ही बीजेपी ने टिकट दिया था वह जमकर प्रचार में जुट गई थीं. उनके साथ पति रविंद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) भी नजर आए थे.
Rivaba Jadeja: भारतीय क्रिकेटर रविंद्र जडेजा की पत्नी रिवाबा जडेजा (Rivaba Jadeja) जामनगर नॉर्थ सीट से 57 प्रतिशत से ज्यादा वोट शेयर के साथ जीत चुकी हैं. वह शुरुआत से ही चर्चा में रहीं. इसके दो बड़े कारण हैं. पहला वह दिग्गज भारतीय क्रिकेटर की पत्नी हैं और दूसरा उनके परिवार का ही उनके खिलाफ होना. अब सवाल यह उठता है कि क्या उनके शुरुआत से ही चर्चा में रहने के कारण उन्हें यह जीत हासिल हुई है. यहां आपको बताते हैं इस सीट से रिवाबा के जीतने का मुख्य कारण क्या रहा..
रिवाबा जडेजा को जैसे ही बीजेपी ने टिकट दिया था वह जमकर प्रचार में जुट गई थीं. प्रचार के इतर वह अपनी ननद नैना के कारण भी सुर्खियों में रहीं. दरअसल, उनके परिवार के लोग ही उनके लिए चुनौती बने हुए थे क्योंकि रविंद्र जाडेजा की बहन नैना और पिता अनिरुद्ध सिंह ने कांग्रेस उम्मीदवार के लिए वोट मांगे थे. इस सीट से पहले बीजेपी ने मुकाबले को दिलचस्प बनाया और फिर बड़ी जीत हासिल कर ली.
क्या है जीत के बड़े कारण
- भारत एक ऐसा देश है, जहां हर घर में क्रिकेट प्रेमी मिलना आम बात है. रिवाबा को भी इसी का फायदा हुआ. उनके नाम के आगे बड़ा नाम खुद ही जुड़ जाता है, जोकि उनके पति रविंद्र जडेजा का है. हालांकि, जीत का पूरा शेर्य इसे देना गलत होगा लेकिन नाम का मैजिक भी इस चुनावी पिच में उनके काम आया है.
- चुनाव से पहले तमाम खबरें चलीं कि रिवाबा जडेजा के खिलाफ उनके परिवार के ही कई लोग हैं. इससे उन्हें जनता की सहानुभूति मिलना लाजमी था. इसलिए इसे जीत का दूसरा बड़ा कारण माना जा सकता है. उनकी ननद का उनके खिलाफ प्रचार करना और इस बीच रिवाबा का बिना कुछ कहे प्रचार करते चले जाना. इससे लोगों में एक अच्छा प्रभाव पड़ा.
- तीसरा बड़ा कारण है मोदी लहर. गुजरात में बीजेपी बीते 27 सालों से काबिज है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद गुजरात से ताल्लुक रखते हैं. चुनाव से पहले पीएम की ताबड़तोड़ रैलियों ने जनता को बीजेपी पर भरोसा बनाए रखने की बड़ी उम्मीद दी.
- रिवाबा स्थानीय लोगों के बीच सामाजिक गतिविधियों और दान कार्यों में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए काफी लोकप्रिय हैं. पीएम मोदी खुद रिवाबा की सराहना कर चुके हैं. मातृशक्ति चैरिटेबल ट्रस्ट के माध्यम से 101 सुकन्या समृद्धि योजना खाते खोलने में योगदान देने के बाद पीएम ने उनकी काफी तारीफ की थी. आम और गरीब लोगों में उनकी यही पकड़ उनकी जीत का सबसे बड़ा कारण रही.
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