Gujarat Election 2022: सोनिया गांधी ने चुनावी रैलियों को संबोधित करना क्यों बंद कर दिया है?
Gujarat Election 2022: सोनिया गांधी 9 दिसंबर को 76 साल की हो जाएंगी और उनकी तबियत भी ठीक नहीं रहती है. यह उनकी रैली ना करने की एक मुख्य वजह है.
Gujarat Election 2022: गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 के लिए गुरुवार को पहले चरण के लिए वोटिंग हुई. लेकिन इस चुनाव में कांग्रेस संसदीय दल (सीपीपी) की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी के लिए पहले चरण में एक दिन के लिए भी प्रचार नहीं किया. राज्य में 5 दिसंबर को दूसरे चरण के मतदान होने हैं, मगर इस फेज में भी सोनिया गांधी द्वारा कांग्रेस के उम्मीदवारों के पक्ष में प्रचार करने की उम्मीद कम है.
सानिया गांधी कांग्रेस के 136 साल के इतिहास में सबसे लंबे समय तक पार्टी की अध्यक्ष रही हैं. मगर, उन्होंने हिमाचल प्रदेश में भी एक दिन प्रचार नहीं किया. हिमाचल में 12 नवंबर को वोटिंग हुई थी. हिमाचल प्रदेश और गुजरात विधानसभा के लिए कांग्रेस के स्टार प्रचारकों की लिस्ट में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बाद उनका नाम दूसरे स्थान पर था. लेकिन, उन्होंने पिछले पांच-छह सालों में एक भी चुनावी रैली को संबोधित नहीं किया है.
तीन साल पहले केवल मीडिया से बात
कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने नाम न छापने की शर्त पर टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि सोनिया ने जनसभाओं, खासकर चुनावी रैलियों को संबोधित करना बंद कर दिया है. वहीं, 2019 के लोकसभा चुनाव में भी उन्होंने किसी चुनावी रैली को संबोधित नहीं किया था. 11 अप्रैल, 2019 को, उन्होंने रायबरेली में अपने निर्वाचन क्षेत्र से नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद केवल मीडियाकर्मियों से बात की थी.
आखिरी रैली 3 साल पहले
स्टार प्रचारकों की लिस्ट में उनका नाम शामिल करने के पीछे का कारण पूछे जाने पर कांग्रेस नेता ने कहा, "प्रोटोकॉल के कारण हर बार उनका नाम जोड़ा जाता है. पार्टी की चुनावी रैलियों को संबोधित करने या नहीं करने का फैसला उन पर छोड़ दिया जाता है." वैसे सोनिया गांधी ने लगभग तीन साल पहले 14 दिसंबर, 2019 को दिल्ली के रामलीला मैदान में आखिरी सार्वजनिक रैली को संबोधित किया था. यह उनकी पार्टी द्वारा आयोजित 'भारत बचाओ रैली' का कार्यक्रम था.
इससे पहले सोनिया ने मई 2016 में तीन रैलियों को संबोधित किया था. 21 मई, 2016 को, उन्होंने अपने पति और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 25वीं पुण्यतिथि पर दिल्ली में 'हम में हैं राजीव गांधी' रैली को संबोधित किया था.
खराब स्वास्थ्य और बढ़ती उम्र मुख्य कारण
सोनिया गांधी 9 दिसंबर को 76 साल की हो जाएंगी और उनकी तबियत भी ठीक नहीं रहती है. सोनिया गांधी 2017 के यूपी विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के प्रचार अभियान की शुरुआत करने के लिए वाराणसी गई थीं. यहां एयरपोर्ट पर उतरने के बाद उन्हें 2 अगस्त 2016 को एक राजनीतिक कार्यक्रम में पहली बार स्वास्थ्य संबंधी समस्या का सामना करना पड़ा था. सोनिया के सार्वजनिक रैलियों में शिरकत ना करने की वजह उनके खराब स्वास्थ्य को माना जाता है.
अपने को राजनीति से दूर कर रहीं सोनिया?
हालांकि, सोनिया गांधी निजी और पार्टी से जुड़े कामों के लिए दिल्ली से बाहर जाती रहती हैं. उन्होंने साल 2022 में 13 मई और 15 मई को उदयपुर में 'नव संकल्प चिंतन शिविर' में अपनी पार्टी के नेताओं को दो बार संबोधित किया था. कांग्रेस के नेताओं का मानना है कि सोनिया धीरे-धीरे खुद को सक्रिय राजनीति से दूर कर रही हैं.
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