नई दिल्ली: चुनाव आयोग ने गुजरात चुनाव की तारीखों का एलान कर दिया है. मुख्य चुनाव आयुक्त एके ज्योति ने बताया कि गुजरात में दो चरणों में चुनाव होगा. पहले चरण में 19 जिलों की 89 सीट पर वोटिंग होगी. 14 नवंबर मंगलवार को नोटिफिकेशन जारी होगा. 21 नवंबर मंगलवार को नामांकन का आखिरी दिन है. 22 नवंबर को नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी होगी और 24 नवंबर नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख है. 9 दिसंबर को पहले चरण के लिए वोटिंग होगी.
दूसरे चरण में बाकी बचे 11 जिलों की 93 सीटों के लिए 14 दिसंबर को वोटिंग होगी. दूसरे चरण के लिए 20 नवंबर को नोटिफेकेशन जारी होगा. नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 27 नवंबर है. दूसरे चरण के नामांकन पत्रों की स्ट्रूटनी की तारीख 28 नवंबर है. नामांकन पत्र वापिस लेने की आखिरी तारीख 30 नवंबर है. 18 दिसबंर को हिमाचल चुनाव के साथ गुजरात चुनाव के भी नतीजे आएंगे.
आचार सहिंता प्रभावी, केंद्र सरकार पर भी लागू
मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि तत्काल प्रभाव से गुजरात में आचार संहिता लागू हो गई है. ये आचार संहिता केंद्र सरकार पर भी लागू होगी. आयोग ने बताया कि चुनाव की हर गतिविधि की वीडियो रिकॉर्डिंग भी की जाएगी.
सभी जगह होगा VVPAT का इस्तेमाल
चुनाव आयोग ने बताया कि गुजरात चुनाव में सभी जगहों पर ईवीएम मशीन के साथ VVPAT मशीन का भी इस्तेमाल किया जाएगा. हर सीट के एक पोलिंग बूथ की VVPAT से निकली पर्चियों की भी गिनती होगी. VVPAT के जरिए वोटिंग के बाद पर्ची निकलती है जो सात सेकेंड के बाद मशीन में ही गिर जाती है.
28 लाख से ज्यादा खर्च नहीं कर सकेगा कोई उम्मीदवार
चुनाव में खर्चे को लेकर भी चुनाव आय़ोग ने निर्देश दिया है. कोई भी उम्मीदवार चुनाव में 28 लाख रुपये से ज्यादा खर्च नहीं कर सकेगा. चुनाव खर्च के लिए उम्मीदवार को अलग से खाता खोलना होगा. चुनाव में 102 पोलिंग बूथों पर महिला स्टाफ रहेगा.
मोबाइल एप के जरिए जनता शिकायत कर सकती है
चुनाव आयोग ने बताया कि मतदान से पहले मतदाता जागरुकता अभियान चलेगा. चुनाव के दौरान आम नागरिक मोबाइल एप के जरिए चुनाव में होने वाली गड़बड़ियों की शिकायत कर सकते हैं.
गुजरात में कुल चार करोड़ तैंतीस लाख मतदाता- आयोग
चुनाव आयोग ने बताया कि गुजरात में वोटिंग के लिए कुल 50 हजार 128 पोलिंग बूथ बनाए जाएंगे. आयोग के मुताबिक गुजरात में कुल चार करोड़ तैंतीस लाख मतदाता हैं. वोटिंग की गोपनीयता बनाए रखने के लिए वोटिंग कंपार्टमेंट की ऊंचाई भी बढ़ाई जाएगी.
क्यों अहम है गुजरात का रण?
गुजरात का चुनाव कितना अहम है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि एक महीने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 बार गुजरात का दौरा कर चुके हैं. गुजरात चुनाव को 2019 के लोकसभा चुनाव का सेमीफाइनल माना जा रहा है. इस चुनाव में 2019 के चुनाव से पहले मोदी लहर की हकीकत पता चलेगी.
अमित शाह के चुनाव प्रबंधन की भी बड़ी परीक्षा होगी तो दूसरी ओर राहुल गांधी के नेतृत्व पर उठ रहे सवालों के जवाब मिलेंगे. GST के बाद पहला चुनाव है इसलिए इसे GST का जनमत संग्रह भी माना जा रहा है.
आंकड़ों के जरिए समझें गुजरात का गणित
गुजरात में कुल सीटों की संख्या 182 है, 2012 के विधानसभा चुनाव के परिणाम पर नजर डालें तो बीजेपी को 115, कांग्रेस को 61 और अन्य को 6 सीटें मिली थीं. 2012 के वोट फीसद की बात करें तो बीजेपी को 48%, कांग्रेस को 39% और अन्य को 13 फीसदी वोट मिले थे.
2014 लोकसभा चुनाव परिणाम पर भी एक नजर डाल लीजिए. गुजरात में लोकसभा की 26 सीटें हैं. बीजेपी के खाते सभी 26 सीटें आईं और 60 फीसदी वोट भी बीजेपी को मिला. कांग्रेस 33 फीसदी वोट तो मिला लेकिन पार्टी उसे सीटों में तब्दील नहीं कर पाई. वहीं के अन्य के खाते में सात फीसद वोट आए.
क्या कहते हैं ओपीनियन पोल?
एबीपी न्यूज ने अगस्त 2017 में ओपिनियन पोल कराया था. इसके नजीतों के मुताबिक एक बार फिर गुजरात की सत्ता बीजेपी के ही पास रहने वाली है. बीजेपी के खाते में 144-152 सीटें आने का अनुमान है. वहीं कांग्रेस को 26-32 सीटें मिल सकती हैं. तीन से सात सीट पर अन्य कब्जा जमा सकते हैं.