Gujarat Elections: गुजरात चुनाव से पहले BJP का बड़ा दांव, यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करने की तैयारी में सरकार
आज गुजरात सरकार की कैबिनेट की बैठक में यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू किए जाने को लेकर एक कमेटी का गठन किया जा सकता है.
Gujarat Assembly Elections 2022: गुजरात में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं. इससे पहले गुजरात के चुनावी मैदान से बड़ी खबर आ रही है. गुजरात में चुनाव से पहले मौजूदा बीजेपी सरकार यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करने की तैयारी कर रही है. बड़ी खबर ये है कि आज कैबिनेट की बैठक में इसको लेकर सरकार एक कमेटी के गठन का एलान कर सकती है जो यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू किए जाने के हर पहलू पर गौर करेगी.
यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने बीजेपी पर हमला बोला है. हालांकि यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू होना चाहिए या नहीं? इस सवाल के जवाब से दोनों ही पार्टी बचती नजर आ रही है. कांग्रेस नेता शक्ति सिंह गोहिल ने कहा, 'संविधान के अनुसार यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करने का अधिकार राज्य सरकार के पास है ही नहीं. ये केंद्र सरकार का अधिकार है. असली मुद्दों पर बीजेपी बात कर नहीं रही है. बेरोजगारी, एजुकेशन, महंगाई पर बीजेपी चर्चा नहीं करती है.'
वहीं आम आदमी पार्टी ने कहा, "चुनाव से पहले बीजेपी कुछ भी कर लें, इसका कोई फर्क नहीं पड़ने वाला. गुजरात की जनता ने इस बार बदलाव लाने की ठान ली है. बीजेपी यूनिफॉर्म सिविल कोड की चर्चा इसलिए कर रही है क्योंकि चुनाव नजदीक है लेकिन इसका कोई असर जनता पर नहीं पड़ेगा." एक तरफ बीजेपी यूनिफॉर्म सिविल कोड का दाव खेलने जा रही है वहीं केजरीवाल भी पूरी तैयारी में हैं, केजरीवाल ने कहा कि जनता से पूछकर सीएम उम्मीदवार का एलान करेंगे.
क्या है यूनिफॉर्म सिविल कोड?
यूनिफॉर्म सिविल कोड का मतलब अलग-अलग धर्म ग्रंथों और रीति-रिवाजों पर आधारित पर्सनल लॉ की जगह देश में हर एक नागरिकों पर लागू होने वाला एक समान नागरिक संहिता कानून है. अगर आम भाषा में इस लॉ को समझें तो यूनिफॉर्म सिविल कोड का सीधा मतलब है देश के हर नागरिक के लिए एक समान कानून. वो फिर भले ही किसी धर्म या जाति से संबंधित क्यों हो. बता दें कि देश में अलग-अलग धर्मों के लिए अलग-अलग पर्सनल लॉ मौजूद हैं.
कब होंगे गुजरात चुनाव
गुजरात चुनाव के लिए चुनाव आयोग 1 या 2 नवंबर को चुनावों की तारीखों का एलान कर सकता है. दो चरणों में चुनाव हो सकते है. पहला चरण 30 नवंबर या 1 दिसंबर को और दूसरा चरण 4 या 5 दिसंबर को हो सकता है. 8 दिसंबर को वोटों की गिनती हो सकती है.
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