Gujarat Elections: पिछले चुनावों में हार से सबक लेते हुए कांग्रेस (Congress) के शीर्ष नेतृत्व ने पार्टी की गुजरात (Gujarat) यूनिट से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) पर व्यक्तिगत हमले करने से परहेज करने को कहा है. इसके साथ ही पार्टी आलाकमान ने कहा है कि इस साल के अंत में होने वाले गुजरात विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) को "मोदी बनाम कांग्रेस" लड़ाई नहीं बनने देना है.


न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए चुनाव की रणनीति तैयार करने के लिए गठित कांग्रेस टास्क फोर्स ने सोमवार को गुजरात विधानसभा चुनाव (Gujarat Assembly Polls) की रणनीति पर चर्चा करने के लिए सोमवार को पार्टी की गुजरात इकाई के नेताओं के साथ बैठक की. राष्ट्रीय राजधानी में कांग्रेस वॉर रूम में हुई इस बैठक में प्रियंका गांधी, केसी वेणुगोपाल, पी चिदंबरम, रणदीप सुरजेवाला, अजय माकन, जयराम रमेश, मुकुल वासनिक, सुनील कानूनगोलू और गुजरात कांग्रेस नेतृत्व मौजूद था.


बैठक में लिए गए महत्वपूर्ण फैसले
सूत्रों के अनुसार साढ़े चार घंटे से अधिक समय तक चली बैठक में निर्णय लिया गया कि पीएम मोदी के खिलाफ कोई व्यक्तिगत हमला नहीं किया जाना चाहिए और चुनाव को “पीएम मोदी बनाम कांग्रेस” की लड़ाई नहीं होने दिया जाए. हालांकि, टास्क फोर्स ने गुजरात इकाई को राज्य विधानसभा चुनावों के प्रचार के दौरान पीएम मोदी की सरकार की नीतियों की आलोचना करने के लिए कहा.


2017 के गुजरात विधानसभा चुनावों के दौरान कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर की पीएम मोद को लेकर की गई "नीच आदमी" टिप्पणी चुनावी मुकाबले का टर्निंग प्वाइंट मानी जाती है. इससे पहले कांग्रेस काफी आक्रामक तरीके से चुनाव प्रचार कर रही थी लेकिन बीजेपी और इस टिप्पणी को बीजेपी और पीएम मोदी ने अपने पक्ष में भुना लिया. इसी तरह 1 दिसंबर 2007 को गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान सोनिया गांधी ने नरेंद्र मोदी को “मौत का सौदागर’ कहा था. माना जाता है यह बयान कांग्रेस को बड़ा भारी पड़ा था.


बैठक में क्या निर्णय हुए?
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि गुजरात सरकार की विफलताओं, दलितों, किसानों और आदिवासियों के मुद्दों और राज्य पर कांग्रेस के चुनाव अभियान का फोकस होना चाहिए. कांग्रेस ने फैसला किया कि आप (AAP) को 'बीजेपी की बी टीम' के रूप में प्रचारित किया जाना चाहिए, साथ ही दिल्ली में अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) सरकार के वादों को गुजरात में बेनकाब किया जाना चाहिए. बैठक में लिया गया निर्णय कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया को प्रभारी रघु शर्मा के माध्यम से उनकी अंतिम मुहर के लिए भेजा जाएगा.


बता दें 2017 के चुनावों में, बीजेपी (BJP) ने 182 में से 99 सीटों पर जीत हासिल की, जबकि कांग्रेस (Congress) ने 182 सदस्यीय गुजरात विधानसभा (Gujarat Assembly) में 77 सीटों पर जीत हासिल की.


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