गांधीनगरः तीनों कृषी कानूनों के विरोध में रैली करने के लिए किसान नेता राकेश टिकैत गुजरात पहुंचे. 2 दिन के दौरे पर गुजरात पहुंचे राकेश टिकैत सफल नहीं हुए. गुजरात के किसानों ने राकेश टिकैत को अपना समर्थन नहीं दिया है. राजस्थान के आबू रोड से राकेश टिकैत ने गुजरात के अपने 2 दिन के दौरे की शुरुआत की थी. राजस्थान के आबूरोड तहसील के 1 गांव में राकेश टिकैत ने किसान सम्मेलन किया और वहां से ट्रैक्टर यात्रा शुरू करके वह गुजरात पहुंचने वाले थे.


बता दें कि राजस्थान के किसान संवाद में भी किसान नहीं दिखे जो भी लोग दिखे वह कांग्रेस के थे और वह भी गुजरात से राजस्थान गए हुए कांग्रेस के. दूसरी तरफ ट्रैक्टर यात्रा की बात की गई थी जिनमें कम से कम 100 ट्रेक्टर शामिल होने वाले थे लेकिन मुश्किल से 10 ट्रैक्टर भी दिखाई नहीं दिए.


टिकैत को दिखाया गया काला झंडा


छात्री बॉर्डर से राकेश टिकैत और उनके साथी गुजरात पहुंचे यहां से वे लोग सीधे अंबाजी मंदिर मां अंबा के दर्शन करने गए. पालनपुर में राकेश टिकैत का काला झंडा दिखाकर विरोध भी किया गया. पालनपुर के किसान संवाद में भी मुश्किल से 100 लोग दिख रहे थे. उनमें भी ज्यादातर लोग कांग्रेस के कार्यकर्ता थे.


गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला ने राकेश टिकैत को गुजरात में आमंत्रित किया था. इस रैली में उनके कुछ समर्थक दिखाई दे रहे थे. असल में देखा जाए तो गुजरात के किसान राकेश टिकैत के कार्यक्रम में नहीं दिखे.


गुजरात में लोगों को डराया जा रहा है


पालनपुर बनासकांठा जिले के अंदर आता है बनासकांठा में ज्यादातर किसान आलू की खेती करते हैं और अभी देखें तो आलू के दाम उन्हें कम मिल रहे हैं. अगर किसान नए बनाए हुए तीन कृषि कानून के विरोध में होते तो पालनपुर में किसानों की भीड़ देखने मिलती लेकिन ऐसा नहीं हुआ. किसानों के साथ संवाद में राकेश टिकैत बता रहे थे कि गुजरात में लोगों को डराया जा रहा है. गुजरात सरकार किसानों को आंदोलन नहीं करने दे रही है.


कांग्रेस का कहना है के नए तीन कृषि कानून के खिलाफ पहले दिन से ही कांग्रेस आंदोलन कर रही है लेकिन यह बात सच है कि किसानों के नाम पर राजनीति कर रही कांग्रेस के साथ भी किसान नहीं जुड़ रहे हैं. चाहे वह राजस्थान हो या गुजरात हो.


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