Dalit Groom Assault Incident: गुजरात के गांधीनगर जिले के मनसा तालुका के चनास्मा गांव में दलित समुदाय के एक दूल्हे को घोड़ी पर चढ़ने से रोकने और उससे मारपीट करने का मामला सामने आया है. कलोल पुलिस ने इस मामले में आरोपियों के खिलाफ आईपीसी और अत्याचार अधिनियम की अलग-अगल धाराओं के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया है. घटना सोमवार (13 फरवरी) दोपहर की बताई गई है.
डेक्कन हेराल्ड की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने आरोपियों की पहचान शैलेश ठाकोर, जयेशकुमार जीवनजी ठाकोर, समीरकुमार दिनेशजी ठाकोर और अश्विन कुमार ठाकोर के रूप में की है. इन सभी के खिलाफ आईपीसी 323, आईपीसी 341, आईपीसी 506-2 और अत्याचार अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. आरोपी ठाकोर समुदाय से हैं जोकि खुद को क्षत्रिय मानते हैं और अन्य पिछड़ा समुदाय कैटेगरी से संबंधित हैं.
चढ़त के दौरान हुआ हंगामा
इस मामले में एफआईआर कन्हैयालाल चावड़ा के भतीजे संजय चावड़ा ने दर्ज कराई है जिनके बेटे विकास की शादी थी. एफआईआर में कहा गया है कि बारात में करीब 100 लोग शामिल थे और वो दुल्हन चांदनी के घर की तरफ जा रही थी तभी एक आरोपी मोटरसाइकिल से वहां पहुंचा. वह घोड़ी पर बैठे विकास के पास रुका और उसका कथित तौर पर कॉलर पकड़कर नीचे खींचने की कोशिश करने लगा. इससे संबंधित एक वीडियो मंगलवार (13 फरवरी) को वायरल हुआ है जिसमें कथित तौर पर आरोपी दूल्हे (विकास) को घोड़ी से नीचे खींचते दिखाई दे रहा है.
आरोपियों ने घोड़ी के मालिक, डीजे साउंड को भेजा वापस
एफआईआर के मुताबिक, आरोपी ने वर पक्ष को गालियां देते हुए यह भी कहा, "तुम अपनी हद में रहो. तुम घोड़ी पर नहीं चढ़ सकते. क्या तुम गांव की परंपरा नहीं जानते? घोड़ी पर चढ़ने से पहले तुमको हमसे और केवल ठाकोर से अनुमति लेनी चाहिए. इस दौरान जब बारात में शामिल लोगों ने आरोपी को समझाने का प्रयास किया तो 3 अन्य लोग और आ गए. उन्होंने दूल्हे और अन्य लोगों के साथ गाली गलौच शुरू कर दी. एक आरोपी ने योगेश चावड़ा को कथित तौर पर थप्पड़ भी मारा. इसके बाद सभी चारों आरोपियों ने घोड़ी के मालिक और डीजे साउंड वाले को भी धमकी देकर भगा दिया.
मामले की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस
शिकायतकर्ता संजय चावड़ा ने आरोप लगाया कि चढ़त शुरू होने के साथ ही यह सब हो गया. हम लोगों को बहुत अपमानित किया गया जिसको बताया नहीं जा सकता. इस सब घटनाक्रम के बाद हमें दूल्हे को दुल्हन के घर तक कार में ले जाना पड़ा. इस दौरान पुलिस को बुलाया गया और तभी विवाह समारोह संपन्न किया जा सका.