अहमदाबाद: गुजरात में स्थित स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को जल्द ही वायु और रेल परिवहन से जोड़ा जाएगा. इस संबंध में गुजरात सरकार ने शुक्रवार को घोषणा की. वायु और रेल परिवहन से जुड़ जाने के बाद लोगों को विश्व की सबसे बड़ी प्रतिमा का दीदार करने में दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा.


वर्तमान में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी तक पहुंचने के लिए कोई भी सीधा संपर्क नहीं है. स्टैच्यू ऑफ यूनिटी विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा है और इसका निर्माण राज्य में नर्मदा जिले में केवाड़िया गांव के निकट किया गया है. इसके उद्घाटन के बाद से ही यहां प्रतिदिन हजारों लोग इसे देखने आते हैं.


राज्य सरकार की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया है कि स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को रेल और वायु परिवहन से जोड़ने के लिए सीएम विजय रूपानी ने दिल्ली में अधिकारियों के साथ बैठक की. मुख्ममंत्री ने इस परियोजना के लिए भारतीय विमान पत्तनम (एएआई) और रेलवे बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ अलग-अलग बैठकें की.


पिछले 11 दिनों में सवा लाख से ज्यादा लोग कर चुके हैं 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' का दीदार

एएआई अध्यक्ष गुरूप्रसाद महापात्रा के साथ बैठक के बाद रूपानी ने सरदार वल्लभ भाई पटेल को समर्पित 182 मीटर ऊंची प्रतिमा को देखने के लिए आने वाले पर्यटकों की सुविधा के लिए नर्मदा जिले के राजपिपला शहर में एक हवाई अड्डा बनाने की घोषणा की.


राजपिपला केवाड़िया से करीब 23 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. जारी बयान में कहा गया है कि एएआई राजपिपला, धोलेरा और राजकोट में हवाई अड्डों के निर्माण में राज्य सरकार को अपना समर्थन देगी.


सरकारी बयान में कहा गया है कि रूपानी ने केवाड़िया तक रेल लाइन बनाने सहित गुजरात में विभिन्न रेल संपर्क परियोजनाओं के बारे में रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष अश्वनी लोहानी से भी बातचीत की.


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