Jignesh Mevani Bail: जमानत मिली तो 'पुष्पा' के अंदाज में दिखे MLA जिग्नेश मेवानी, कहा- झुकुंगा नहीं
Gujarat MLA Jignesh Mevani: गुजरात के विधायक जिग्नेश मेवानी ने आज आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ BJP ने उनके खिलाफ एक महिला का इस्तेमाल करके मामला तैयार करके कायरतापूर्ण काम किया है.
Gujarat MLA Jignesh Mevani Gets Bail: गुजरात के दलित नेता और विधायक जिग्नेश मेवानी को असम के बारपेटा जिले की एक अदालत ने एक महिला पुलिस अधिकारी के साथ कथित मारपीट के मामले में शुक्रवार को जमानत दे दी. मेवानी के खिलाफ मामले के अनुसार मेवानी ने उक्त महिला पुलिसकर्मी पर ‘‘हमला’’ उस समय किया, जब पुलिस दल उन्हें गुवाहाटी से कोकराझार ले जा रहा था. बारपेटा जिला एवं सत्र न्यायाधीश परेश चक्रवर्ती ने बारपेटा रोड पुलिस थाने में दर्ज मामले में मेवानी को एक हजार रुपये के निजी मुचलके पर जमानत दे दी. अदालत ने बृहस्पतिवार को जमानत अर्जी पर मेवानी के वकील और लोक अभियोजक की दलीलें सुनी थीं और शुक्रवार के लिए आदेश सुरक्षित रख लिया था.
गुजरात के विधायक जिग्नेश मेवानी ने आज आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ BJP ने उनके खिलाफ एक महिला का इस्तेमाल करके मामला तैयार करके कायरतापूर्ण काम किया है. जमानत के बाद मेवानी ने फिल्म पुष्पा की तरह इशारा करते हुए कहा मैं नहीं 'झुकूंगा (झुकेगा नहीं).' रिपोर्ट्स के मुताबिक मेवानी ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि मेरी गिरफ्तारी कोई साधारण मामला नहीं था. यह राजनीतिक आकाओं के निर्देश पर किया गया होगा.
उन्होंने कहा कि मैंने जो ट्वीट किया उस पर मुझे अब भी गर्व है. ट्वीट में मैंने मूलरूप से प्रधानमंत्री से शांति और सद्भाव बनाए रखने के लिए कहा था, क्योंकि सांप्रदायिक हिंसा हुई थी. एक आम नागरिक होने के नाते मुझे ये पूछने का अधिकार है. उन्होंने कहा कि एक विधायक के रूप में हमारा काम क्या है? लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करना. मैंने वही किया. उन्होंने कहा कि ये एक साजिश थी, गुजरात में दलितों के साथ अच्छा नहीं हुआ. उन्होंने ये भी बताया कि मेरे खिलाफ दर्ज मामले झूठे हैं.
वहीं उनके ट्विटर हैंडल से लिखा गया है कि जिग्नेश मेवानी को असम के दो थाने में दर्ज हुए बनावटी मामलों में ज़मानत मिल चुकी है. जब तक जिग्नेश मेवानी बाहर नहीं आ जाते और उनके खिलाफ और किसी बनावटी शिकायत दर्ज न होने की खबर न आये तब तक 1 मई को 'जेल भरो आंदोलन' का कॉल जारी रहेगा. ये आंधी अब नहीं रुकेगी.
गुजरात के निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवानी को पिछले सप्ताह असम पुलिस के एक दल ने गुजरात से पकड़ा था और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर किये गए एक कथित ट्वीट के लिए उनके खिलाफ एक मामले में गिरफ्तार किया था, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘‘गोडसे को भगवान मानते हैं.’’ बनासकांठा की वडगाम सीट से विधायक मेवानी ने कांग्रेस के प्रति अपना समर्थन जताया है. कोकराझार पुलिस थाने में जिग्नेश मेवानी के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी की जानकारी हासिल की. प्राथमिकी के अनुसार मेवानी ने उक्त ट्वीट का इस्तेमाल मोदी से उनकी गुजरात यात्रा के दौरान सांप्रदायिक सद्भाव के लिए अपील करने का भी आग्रह किया था. उन्होंने ये भी कहा कि मुझे अलग-अलग मामलों में फंसाए जाने की साजिश रची जा रही है.
ट्वीट को लेकर मामले में जमानत पर रिहा किये जाने के बाद गुजरात के दलित नेता को एक महिला पुलिसकर्मी पर हमले के आरोप में फिर से गिरफ्तार कर लिया गया, जो उस पुलिस दल में शामिल थी जो मेवानी के साथ कोकराझार गई थी. हमले के मामले में एक शिकायत बारपेटा में दर्ज की गई. इस मामले में, मेवानी पर भारतीय दंड संहिता की धारा 294, 323, 353 और 354 के तहत मामला दर्ज किया गया था. अदालत ने मंगलवार को मेवानी को पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया था.
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