मोरबी हादसे में मौत को मात देने वाली कहानियां: पुल के साथ नदी में गिरा शख्स, तार के सहारे लड़ी जिंदगी की जंग
Morbi Cable Bridge Collapsed: मोरबी पुल हादसे में बचे एक शख्स ने आंखों के सामने दो भतीजों को डूबते देखा तो एक ने अपनी छह साल की बहन को खो दिया. एक बच्चे के माता-पिता नहीं मिल रहे.
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Morbi Cable Bridge Collapse Survivors: गुजरात के मोरबी में रविवार (30 अक्टूबर) को केबल पुल टूटने से हुए हादसे में बच गए लोगों ने आपबीती बयां की है. मोरबी सिविल अस्पताल में भर्ती एक शख्स ने बताया कि उसने अपनी आंखों सामने दो भतीजों को नदी में डूबते हुए देखा. शख्स ने बताया कि जब यह हादसा हुआ, उस वक्त वह अपने आठ और नौ साल के दो भतीजों के साथ पुल के बीचोंबीच था. भीड़ काफी थी और पुल तेजी से हिल रहा था. अचानक पुल टूट गया.
शख्स ने बताया कि इसके बाद वह और उसके भतीजे सीधे नदी में जा गिरे. उसने बताया कि नदी में काफी गहराई तक जाने के बाद धीरे-धीरे ऊपर आया तो पुल का टूटा हुआ तार पकड़ में आ गया. इसके बाद तार पकड़कर मदद का इंतजार करने लगा. ठंड काफी थी और लोग बचाने के लिए गुहार लगा रहे थे. करीब एक घंटे बाद पुलिस के जवान आए और उन्होंने रस्सी के सहारे लोगों को बाहर खींचा.
छह साल की बहन को खोया
मजदूरी का काम करने वाले एक युवक ने बताया कि रविवार को वह अपनी छह साल की बहन को पुल पर घुमाने ले गया था. उसने बताया कि वह अपनी छोटी बहन के साथ पुल के बीचोंबीच था और सेल्फी ले रहा था. तभी अचानक पुल टूट गया और उसकी बहन का हाथ उससे छूट गया. दोनों लोग नदी में जा गिरे. युवक किसी तरह पानी से बाहर आया और बहन खूब खोजा लेकिन नहीं मिली. युवक ने बताया कि सुबह बहन की लाश मिली.
'हादसे की आशंका हुई और बीच से ही लौट आए'
अहमदाबाद के रहने वाले विजय गोस्वामी ने बताया कि रविवार की दोपहर वह अपने परिवार के साथ मोरबी के झूला पुल पर घूमने गए थे. भीड़ में से कुछ लड़के पुल को हिला रहे थे, इससे वह बीच रास्ते ही वापस लौट आए थे. कुछ घंटे बाद खबर मिली की पुल गिर गया. उन्होंने कहा कि उनकी आशंका सच्चाई में बदल गई.
गोस्वामी ने कहा कि लड़के पुल को इतनी जोर से हिला रहे थे कि उस पर लोगों को चलना मुश्किल हो गया था. बगैर सहारे के उस पर खड़ा भी नहीं हुआ जा रहा था. उन्हें लगा कि यह खतरनाक हो सकता है, इसलिए परिवार के साथ वापस लौट आए. गोस्वामी ने बताया कि कर्मियों से लड़कों की शिकायत भी की लेकिन उनके कान पर जूं तक नहीं रेंगी. वे टिकट बेचने में मशगूल थे.
10 साल के बच्चे ने ऐसे बचाई जान
एक 10 साल के बच्चे ने मीडिया को बताया, ''बहुत भीड़ थी जब पुल अचानक गिरा. मैं बच गया क्योंकि मैंने एक लटकती हुई रस्सी को पकड़ लिया था और उसके सहारे धीरे-धीरे ऊपर चढ़ा लेकिन मेरी मां और पिता का अब भी कुछ पता नहीं है.'' हादसे में बचने वाले मेहुल रावल ने बताया कि जब पूल टूटा, उस वक्त उस पर करीब 300 लोग मौजूद थे.
अनिल नाम के शख्स ने बताया, ''मेरी दो बच्चियां, पत्नी, साली, पत्नी की चाची और उनके तीन बच्चे पुल पर थे. जब पुल टूटा तब उस पर दो लोग थे. मेरी पत्नी को सिर में चोट आई है. सीटी स्कैन किया गया है, जिसका इंतजार कर रहे हैं.'' बता दें कि मोरबी केबल पुल हादसे में खबर लिखे जाने तक 134 लोगों की मौत की सूचना थी और राहत-बचाव का काम जारी था.
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