गुजरात चुनाव ओपिनियन पोल: गुजरात की लड़ाई जीतने के लिए बीजेपी और कांग्रेस ने पूरी कमर कस ली है. इस साल की आखिरी सबसे बड़ी सियासी जंग का विजेता कौन होगा? इसके लिए 18 दिसंबर तक इंतजार करना पड़ेगा. लेकिन ओपिनियन पोल जनता का मिजाज बताते हैं और इसी कड़ी में ABP न्यूज़ ने बीते तीन महीनों में तीन ओपिनियन पोल किए जिसके आंकड़े बीजेपी के लिए राहत भरी होने के बावजूद नींद उड़ाने वाले हैं.


सूबे की सत्ताधारी बीजेपी के लिए राहत की बात ये है कि ABP न्यूज़ के बीते तीनों ओपिनियन पोल में बीजेपी को बहुमत का अनुमान है, लेकिन बीजेपी के लिए परेशान करने वाली बात ये है कि चुनाव के दिन नजदीक आने के साथ ही हर नए ओपिनियन पोल में बीजेपी की सीटें कम होने का अनुमान किया गया.

अक्टूबर के गुजरात ओपिनिनयन पोल

ABP न्यूज़ का पहला ओपिनियन पोल अक्टूबर में आया जिसमें बीजेपी को 115 से 125 सीटों का अनुमान था, यानि औसत 120 सीटें मिल रही थीं. जबकि कांग्रेस महज़ 57 से 65 सीटों पर सिमट रही थी यानि औसत 61 सीटें मिल रही थीं.

नवंबर के गुजरात ओपिनिनयन पोल



लेकिन एबीपी न्यूज़ के नवंबर के ओपिनियन पोल में बीजेपी की सीटें घट गईं. हालांकि, ये सीटें मामूली थीं. तब बीजेपी को 113 से 121 सीटें मिल रही थीं यानि औसत 117 सीटें मिल रही थीं. कुल मिलाकर अक्टूबर के ओपिनियन पोल से तीन सीटें कम हो रही थीं. लेकिन इसका फायदा कांग्रेस को नहीं मिल रहा था. कांग्रेस को 58 से 64 सीटें मिल रही थीं यानि औसत 61 ही रहने का अनुमान था.

दिसंबर के गुजरात ओपिनिनयन पोल

लेकिन ताज़ा ओपिनियन पोल के आंकड़े बीजेपी की नींद खराब करने वाले हैं. ABP न्यूज़-सीएसडीएस के इस नए ओपिनियन पोल के मुताबिक बीजेपी को 91 से 99 सीटें यानि औसत 95 और कांग्रेस को 78 से 86 सीटें यानि औसत 82 सीटें आ रही हैं. इसका मतलब हुआ कि बीजेपी को दोनों ओपिनियन पोल से 20 से ज्यादा सीटों का नुकसान हो रहा है, जबकि कांग्रेस को 20 से ज्यादा सीटों का फायदा होता दिख रहा है. हालांकि, ABP के ताजा ओपिनियन पोल में बीजेपी 95 सीटें के साथ बहुमत का जादुई आंकड़ा हासिल कर रही है.

बीजेपी के लिए दिक्कत क्यों है?

दरअसल, वोट शेयर के मोर्चे पर बीजेपी के लिए बड़ा खतरा है. अक्टूबर के ओपिनियन पोल में बीजेपी और कांग्रेस के बीच वोट शेयर का फासला 9 फीसदी का था, तब बीजेपी को 48 फीसदी और कांग्रेस को 39 फीसदी वोट मिलने का अनुमान था.



लेकिन नबंर के ओपिनियन पोल में ये फासला घटकर 6 फीसदी हो गया और तब बीजेपी को 47 और कांग्रेस को 41 फीसदी वोट मिलने का अनुमान था.

तेकिन ताज़ा ओपिनियन पोल में वोट शेयर का फासला शून्य पर पहुंच गया है. यानि अब बीजेपी और कांग्रेस दोनों को 43-43 फीसदी वोट मिल रहे हैं.


चुनावी एक्सपर्ट का कहना है कि अगर वोट शेयर में थोड़ा भी बदलाव हुआ तो बीजेपी के लिए ये चुनाव भारी पड़ सकता है.