गुजरात के अहमदाबाद से एक ऐसा मामला सामने आया है जहां स्कूली छात्रों से सीएए के सपोर्ट में पोस्टकार्ड लिखाए गए. बताया जा रहा है कि बीजेपी कार्यकर्ताओं ने इस हफ्ते की शुरूआत में खाली पोस्टकार्ड बांटे थे. जानकारी के मुताबिक 800 छात्रों ने सीएए के पक्ष में चिट्ठी लिखी थी. प्रिंसीपल अर्चित भट्ट ने बताया कि बीजेपी कार्यकर्ताओं ने उनसे बुधवार को संपर्क किया था.


उन्होंने कहा- हमने छात्रों को सीएए के बारे में बताया था और बीजेपी कार्यकर्ताओं ने उन्हें पोस्टकार्ड दिए थे. पार्टी ने घाटलोडिया विधायक भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में एक मीटिंग रखी थी जिसमें तय किया गया कि स्कूलों में सीएए के बारे में जानकारी दी जाएगी.


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ये पोस्टकार्ड जब छात्र घर ले गए तो उनके परिजनों को इस बारे में जानकारी मिली. बच्चों ने अपने परिवार वालों को बताया कि टीचरों ने उन्हें ब्लैकबोर्ड पर संदेश लिखाया और इस संदेश को पोस्टकार्ड पर लिख कर पीएमओ के पते पर भेजने को कहा.


कुछ परिवार के लोगों ने मीडिया को बताया कि उनके बच्चे अभी काफी छोटे हैं और इतने गंभीर मुद्दे को समझने में सक्षम नहीं हैं लेकिन फिर भी उन्हें ऐसा करने के लिए मजबूर किया जा रहा है जो हमें मंजूर नहीं है.


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परिजनों ने कहा कि आखिर बच्चों से ऐसा पोस्टकार्ड क्यों लिखाया जा रहा है. कुछ बच्चों के परिवारीजनों का आरोप है कि जो बच्चे इंटरनल की परीक्षा में बैठने वाले हैं उनसे कहा गया कि अगर वे लोग पोस्टकार्ड नहीं लिखेंगे तो उन्हें परीक्षा में बैठने नहीं दिया जाएगा.


इस सब विवाद के बाद बच्चों के अभिभावक स्कूल पहुंचे और विरोध दर्ज कराया जिसके बाद पोस्टकार्ड वापस ले लिए गए और परिवार के लोगों से स्कूल ने खेद भी व्यक्त किया. स्कूल की ओर से कहा गया कि गलतफहमी के कारण ऐसा हुआ है और अब मामले को सुलझा लिया गया है.