अक्सर मिलावट के चलते लोगों के बीमार पड़ने की खबर हमारे सामने आती रहती है. खाद्य पदार्थों में मिलावट कितना खतरनाक हो सकता है, चाहे जान बूझकर किया गया हो या फिर अनजाने में, इसका एक मामला गुजरात से सामने आया है, जहां पर एक ही परिवार के तीन लोगों ने दम तोड़ दिया. गुजरात के बनासकांठा में 2 सप्ताह के भीतर एक ही परिवार के तीन सदस्यों की 'इपिडेमिक ड्रॉप्सी ' (महामारी जलशोफ) के कारण मौत हो गई.


यह एक दुर्लभ बीमारी है जोकि मिलावटी सरसों के तेल का सेवन करने के कारण होती है. एक अधिकारी ने गुरूवार को यह जानकारी दी. महामारी अधिकारी एनके गर्ग ने कहा कि कुंडी गांव के पालीवाल परिवार के सात सदस्य स्थानीय स्तर पर पेरे गए सरसों के तेल से बना व्यंजन खाने के बाद बीमार पड़ गए.


उन्होंने बताया कि इनमें से चार सदस्य उपचार के बाद ठीक हो गये जबकि 22 जुलाई से पांच अगस्त के बीच 52 वर्षीय छगनभाई पालीवाल), उनका 24 वर्षीय बेटा नवीन  और बेटी दक्षा (18) की मौत हो गई. गर्ग ने कहा, ' परिवार के सदस्यों द्वारा खाये गये भोजन का अध्ययन करने के बाद सामने आया कि तीनों सदस्यों की मौत इपिडेमिक ड्रॉप्सी नामक बीमारी के कारण हुई जो कि आर्गेमोन तेल की मिलावट वाले सरसों का तेल के सेवन के कारण होती है.


यह मिलावट किसी विक्रेता द्वारा जानबूझकर नहीं की गई क्योंकि परिवार ने खुद ही गांव से सरसों खरीदे थे और इन्हें स्थानीय स्तर पर कोल्हू पर पेराया था.' उन्होंने बताया कि कई बार किसान गलती से सरसों के साथ आर्गेमोन के पौधे भी तोड़ लेते हैं जिसके चलते दोनों के बीज आपस में मिल जाते हैं.


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