सूरत: गुजरात में काले धन को सफेद करने के आरोप में सूरत के मशहूर कारोबारी जिग्नेश किशोरभाई भजियावाला को गिरफ्तार कर लिया गया है.  प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग के केस में ये गिरफ्तारी की है. आरोप है कि भजियावाला ने नोटबंदी के दौरान बड़े पैमाने पर पुराने नोट बदले.


जिग्नेश भजियावाला मशहूर कारोबारी किशोरभाई भजियावाला के बेटे हैं. नोटबंदी के दौरान इनके यहां छापेमारी में एक करोड़ दो लाख रुपए के नए नोट बरामद हुए थे. इसके अलावा इनकी चार सौ करोड़ की संपत्ति के बारे में भी पता चला चला था.



भजियावाला की कई बैंककर्मियों से मिलीभगत का शक है. आरोप है कि जिग्नेश ने नोटों को बदलने के लिए करीब एक हजार आईडी का इस्तेमाल किया गया था. महत्वपूर्ण बात यह है कि भजियावाला ग्रुप के जो कर्मचारी थे उनमें से करीब 700 कर्मचारियों ने इन नोटों को बदलने में महत्वपूर्ण भुमिका निभाई थी.


ईडी ने जांच के दौरान पाया है कि जिग्नेश की पूरे एपिसोड में महत्वपूर्ण भुमिका थी. अब ईडी यह पता लगाने की कोशिश कर रहा है कि इस धंधे में जिग्नेश के अलावा और कौन-कौन लोग शामिल थे. जिग्नेश को आज कोर्ट में पेश किया जाएगा.