नई दिल्ली: जब किसी से प्यार हो जाए तो इंसान उसे पाने के लिए परिवार से बगावत करने को तैयार हो जाता है. प्यार की खातिर परिवार को छोड़ने वाले लोगों की कई कहानियां आपने सुनी होगी लेकिन क्या आपने परिवार की खातिर प्यार को भी भूल जाने की कसम खाने वालों के बारे में सुना है.
दरअसल ऐसा ही एक वाकया गुजरात से सामने आया है. टाइम्स ऑफ इंडिया के खबर के मुताबिक इस वैलेंटाइन्स डे पर गुजरात के सूरत के 12 स्कूलों में एक अनोखा कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है, जिसका नाम ‘हास्यमेव जयते’ है. इसमें सूरत के 12 स्कूलों के दस हज़ार स्टूडेंट्स ने एक अनोखी शपथ लेंगे. बच्चे शपथ लेंगे कि 'हो सकता है हमें प्यार हो जाए, लेकिन हम अपने माता-पिता की मर्ज़ी के ख़िलाफ़ कभी शादी नहीं करेंगे. चाहे इसके लिए हमें अपने प्यार को भूलना पड़ जाए.''
लाफ़्टर थेरेपिस्ट कमल मसालावाला ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में कहा, ''सूरत के उन 12 स्कूलों में ये कार्यक्रम चलाया जाएगा, जहां लड़के-लड़कियां साथ पढ़ते हैं. इस कार्यक्रम के दौरान ये शपथ दिलाई जाएगी कि अगर उनकी लव मैरिज को लेकर माता-पिता को आपत्ति है, तो वो उनकी मर्ज़ी के ख़िलाफ़ शादी नहीं करेंगे.''
इस कार्यक्रम का मकसद यह बताया जा रहा है कि कई बार बच्चे प्यार में पड़ जाते हैं और शादी कर लेते हैं. बाद में कई कारणों से वह शादी कामयाब नहीं हो पाती. इसलिए जिन लोगों ने इस कार्यक्रम का आयोजन किया है वह चाहते हैं कि जिंदगी के सबसे बड़े फैसले में बच्चे माता-पिता से रजामंदी जरूर लें.
इस कार्यक्रम को कई छात्र समर्थन दे रहे हैं. संस्कार कुंज ज्ञानपीठ, संस्कार भारती, स्वामी नारायण एमवी विद्यालय, सन ग्रेस विद्यालय, नवचेतना विद्यालय, प्रेसिडेंसी हाई स्कूल और ज्ञान गंगा विद्यालय सहित 15 स्कूलों को इस मुहिम में शामिल किया गया है. इनमें से अब तक 12 स्कूलों ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दे दी है.