मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जम्मू-कश्मीर में बने ‘गुपकर गठबंधन’ पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि वास्तव में यह ‘गुप्तचर संगठन’ है जिसके लोग पाकिस्तान और चीन के लिए जासूसी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह गठबंधन ‘देश विरोधी गठबंधन’ है, क्योंकि इसमें शामिल जितने नेता हैं, वे सब राष्ट्र विरोधी बयान देते हैं.
कांग्रेस पर लगाया आरोप
चौहान ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस इस ‘‘देश विरोधी गुपकर गठबंधन’’ के साथ खड़ी है. वहीं, मध्यप्रदेश कांग्रेस ने कहा कि चौहान राज्य में फैले कोरोना वायरस को रोकने में अपनी सरकार की विफलता को छिपाने के लिए गुपकर गठबंधन पर विवाद खड़ा करने की कोशिश कर रहे हैं. बता दें कि पिछले साल केन्द्र सरकार द्वारा जम्मू और कश्मीर में अनुच्छेद 370 को खत्म किये जाने पर इसकी बहाली की मांग को लेकर नेशनल कांफ्रेंस एवं पीडीपी सहित जम्मू-कश्मीर के कुछ प्रमुख क्षेत्रीय दलों ने ‘गुपकार गठबंधन’ का गठन किया है.
शिवराज ने कहा- जम्मू कश्मीर को अंधेरे में धकेला
चौहान ने आरोप लगाया कि रोशनी कानून की आड़ में इस गुपकर संगठन के नेताओं ने जम्मू कश्मीर में 25,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की जमीन हड़प ली.’’ चौहान ने कहा, ‘‘यह नेशनल कॉन्फ्रेंस हो या पीडीपी (पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी) हो, इनके बच्चे तो विदेशों में पढ़ रहे हैं. ये कश्मीरी बेटे-बेटियों के हाथ में पत्थर थमाते रहे हैं. इन्होंने विलासितापूर्ण जीवन जिया. कश्मीर को लूटने की आजादी इनको थी. इन्होंने जम्मू कश्मीर को अंधेरे में धकेला. आज ये सब इकट्ठे होकर देशद्रोह की भाषा बोल रहे हैं और कांग्रेस भी इनके साथ-साथ खड़ी हुई है.’’ पूर्व में भाजपा के पीडीपी के साथ मिलकर जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाने के बारे में पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा, ‘‘किसी भी राष्ट्र विरोधी दृष्टिकोण वालों के साथ भाजपा कभी नहीं रहेगी और इसलिए हम उस गठबंधन से उस समय उस सरकार की नीति की वजह से बाहर हो गए थे.’’ गौरतलब है कि पिछले सप्ताह कांग्रेस ने कहा था कि वह ‘गुपकर गठबंधन’ में शामिल नहीं हुए हैं.
पूर्व पीएम नेहरू पर भी साधा निशाना
चौहान ने देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू पर भी निशाना साधा. चौहान ने कहा, ‘‘पंडित जवाहरलाल नेहरू ने सत्ता जल्दी प्राप्त करने की चाह में देश के विभाजन को स्वीकार किया था. देश का विभाजन करवाया. वह नेहरू थे जिन्होंने कश्मीर में अनुच्छेद 370 लागू करवाया, वो नेहरू ही थे जिन्होंने एक देश में दो निशान, दो विधान और दो प्रधान की व्यवस्था करके कश्मीर को भारत से समरस नहीं होने दिया था, वो नेहरू थे जिन्होंने कश्मीर के मामले को जो हमारे देश का आंतरिक मामला था, उसे संयुक्त राष्ट्र संघ में ले जाकर जनमत संग्रह तक की बात की थी.’’ उन्होंने कहा, ‘‘उस अलगाववादी मानसिकता से कांग्रेस आज भी नहीं उभरी है.’’ चौहान ने कहा, ‘‘आज मैं कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी एवं राहुल गांधी से सवाल पूछना चाहता हूं कि जम्मू कश्मीर में जो गुपकर गठबंधन बना है, आज सारा देश यह जानना चाहता है कि धारा 370 की समाप्ति का विरोध करने वालों और आतंकवाद को बढ़ावा देकर जम्मू-कश्मीर की फिज़ा में ज़हर घोलने वालों के साथ हाथ में हाथ डालकर कांग्रेस पार्टी क्यों खड़ी है?’’ चौहान ने कहा कि नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूख अब्दुल्ला ने 11 अक्टूबर को एक टीवी चैनल से बात करते हुए कहा कि वे लोग अनुच्छेद 370 की बहाली चीन की मदद से करेंगे. वहीं, 23 अक्टूबर को पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती बोलती हैं कि वह उस वक्त तक तिरंगा नहीं उठाएंगी और न ही किसी को उठाने देंगी, जब तक कि उन्हें कश्मीर का झंडा वापस नहीं मिल जाता. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी वह नेता हैं जिन्होंने अनुच्छेद 370 हटाने को असंवैधानिक कहा था और देश की सुरक्षा को खतरा बता दिया था. यह कांग्रेस पहली बार नहीं कह रही है.
कांग्रेस पर कसा तंज
चौहान ने किसी का नाम लिए बगैर कहा, ‘‘यहां के एक और नेता हैं जो अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन से जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 लागू करवाएंगे. कांग्रेस बताए कि क्या कुछ और सुनना बाकी रह गया है.’’ उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस गुपकार गठबंधन के साथ मिलकर जम्मू कश्मीर में जिला विकास परिषद के चुनाव भी लड़ रही है.
देशद्रोही ताकतों का साथ देती रही है कांग्रेस: चौहान
चौहान ने कहा, ‘‘वास्तव में कांग्रेस हमेशा से इन देशद्रोही ताकतों का साथ देती रही है. यहां तक कि कांग्रेस नेता पी चिदंबरम खुलेआम कह रहे हैं, गुलाम नबी आजाद कह रहे हैं कि कश्मीर से अनुच्छेद 370 फिर से बहाल होनी चाहिए.’’ चौहान ने कहा, ‘‘मैं कांग्रेस से सवाल पूछना चाहता हूं कि कांग्रेस का अनुच्छेद 370 के बारे में दृष्टिकोण क्या है? मैडम सोनिया गांधी को स्पष्ट करना चाहिए. अनुच्छेद 370 और 35-ए हटाने के पक्ष में वह दोमुंही बातें क्यों कर रहे हैं? आतंकवादियों के साथ उनके रिश्ते क्या हैं? बटला हाउस एनकाउंटर के बाद क्यों सोनिया गांधी रात भर आंसू बहाती रहीं? क्यों दिग्विजय सिंह आतंकवादियों के साथ खड़े हुए?’’ चौहान ने कहा,‘‘ गुपकर गठबंधन’ बनाने का कारण ‘‘अब्दुल्लाओं, मुफ्तियों और एक गांधी परिवार की लूट की दुकान अनुच्छेद 370 की समाप्ति के बाद बंद हो गई थी. इसलिए यह इनकी एकजुटता का कारण है. अब ये फिर से जम्मू-कश्मीर की हवा में ज़हर घोलने का प्रयास कर रहे हैं.’’ चौहान ने कहा कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर खुली हवा में सांस ले रहा है. जिन गलियों में कभी खून के निशान दिखते थे, वहां प्राकृतिक सौंदर्य की महक आने लगी है.
कांग्रेस प्रवक्ता भूपेन्द्र गुप्ता ने दी प्रतिक्रिया
इसी बीच, मध्यप्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता भूपेन्द्र गुप्ता ने कहा, ‘‘चौहान को अपने आप से पूछना चाहिए कि उनकी पार्टी गुपकर गठबंधन का हिस्सा क्यों बनी? जम्मू-कश्मीर में कुछ साल पहले तत्कालीन सरकार बनाने के लिए भाजपा ने पीडीपी से गठबंधन क्यों किया था?’’
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