साल 2021 में गुरु अर्जन देव का शहादत दिवस 14 जून यानी आज है. दरअसल सिखों के पांचवें गुरु, गुरु अर्जन देव 16 जून 1606 में शहीद हुए थे, लेकिन हिंदू कैलेंडर के मुताबिक शहादत दिवस जेठ सुदी 4 को मनाया गया था, जो इस साल 14 जून को पड़ रहा है. जानकारी के मुताबिक गुरु अर्जन देव का जन्म साल 1563 में तरनतारन जिले के गोइंदवाल में हुआ था और ये सिख धर्म के पहले शहीद थे और इन्हें मुगल सम्राट जहांगीर के आदेश पर फांसी दी गई थी, क्योंकि मुगल उत्तर भारत में उनके बढ़ते प्रभाव और सिख धर्म के प्रसार से डर गए थे.


वहीं गुरु अर्जन देव ने सिख ग्रंथ आदि ग्रंथ का पहला संस्करण संकलित किया था, जिसे अब गुरु ग्रंथ साहिब के नाम से जाना जाता है. वैसे गुरु अर्जन देव की शहादत दिवस पर लोग अक्सर धार्मिक कार्यक्रम आयोजित करते हैं, इस दौरान वो श्री गुरु ग्रंथ साहिब का पाठ करते हैं और गुरुद्वारे में लंगर भी बांटे जाते हैं, लेकिन इस साल कोविड 19 की दूसरी लहर के चलते कोई बड़ा आयोजन नहीं किया जा रहा है.


क्या होता है शहादत दिवस के दिन


जानकारी के मुताबिक इस दिन हर साल सिख तीर्थयात्रियों का एक समूह लाहौर में गुरुद्वारा देहरा साहिब में गुरु अर्जन देव के शहादत दिवस को मनाने के लिए पाकिस्तान जाता है, लेकिन इस बार ये समूह पाकिस्तान नहीं जा सका है, क्योंकि पाकिस्तान ने भारतीय समूह को वहां आने की इजाजत नहीं दी है.


पाकिस्तान ने क्यों नहीं दी इजाजत?


भारत में कोरोना वायरस के चलते पाकिस्तान ने भारतीय समूह को वहां आने की इजाजत नहीं दी है. जबकि पहले ये समूह 6 जून को पाकिस्तान के लिए रवाना होने वाला था, पर फिर नहीं जा सका. वहीं शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने कहा कि समूह इस साल गुरु अर्जन देव के शहादत दिवस को चिह्नित करने के लिए पाकिस्तान की यात्रा नहीं कर पाएगा, क्योंकि पाकिस्तान ने कोरोना वायरस महामारी के चलते इसे अनुमति नहीं दी है.


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