Guru Gobind Singh Indraprastha University: दिल्ली की गुरू गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी के ईस्ट दिल्ली कैम्पस का गुरुवार (8 जून) को उद्घाटन किया गया. इस कैम्पस का उद्घाटन दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने साथ मिलकर किया. हालांकि इस उद्घाटन को लेकर काफी विवाद भी रहा. 


दरअसल दिल्ली के उपराज्यपाल दफ़्तर ने आरोप लगाते हुए कहा कि इस कैम्पस का उद्घाटन 23 मई को LG को करना था, जिसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री भी अतिथि के तौर पर शामिल होंगे, लेकिन इसकी तारीख को पीछे कर दिया गया. उपराज्यपाल दफ़्तर के मुताबिक इसे इसलिए टाला गया था ताकि केजरीवाल सरकार इसका क्रेडिट ले सके. हालांकि इस पर दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी ने जवाब देते हुये कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री की व्यस्तताओं के चलते इस उद्घाटन की तारीख को टाला गया था और इसका जानकरी LG दफ़्तर को पहले से ही दे दी गयी थी.


अर्धसैनिक बलों की भारी तैनाती


इस विवाद और हंगामे को ध्यान में रखते हुए पूरे कैंपस में दिल्ली पुलिस और अर्धसैनिक बलों की भारी तैनाती भी की गयी थी. इस दौरान जब गुरुवार को उद्घाटन के लिए मुख्यमंत्री और LG पंहुचे तो इस दौरान बीजेपी और 'आप' के समर्थकों ने एक दूसरे के खिलाफ जमकर नारेबाजी शुरू कर दी. हंगामे के बीच LG और मुख्यमंत्री ने इस कैम्पस का उद्घाटन किया और पूरा कैम्पस भी देखा. इसके बाद जब सभी के भाषण देने की बारी आई तो ऑडिटोरियम में भी बीजेपी और AAP दोनों पक्षों के बीच जमकर नारेबाजी होती रही. 


मंच से नीचे उतरे विधानसभा स्पीकर


बीजेपी की तरफ से जय श्री राम के नारे लगते रहे और AAP कार्यकर्ता केजरीवाल ज़िदाबाद के नारे लगाते रहे. इस दौरान दिल्ली विधानसभा के स्पीकर राम निवास गोयल भी नाराज होकर मंच से उतर गए. दरअसल, विधानसभा स्पीकर रामनिवास गोयल ने कहा कि मैं संवैधानिक पोस्ट पर हूं, अखबारों में भी मेरा नाम नहीं था, मुझे निमंत्रण दिया गया था. मैं आया और वक्ताओं की लिस्ट में मेरा नाम नहीं था इसलिए मैं नीचे जाकर बैठ गया, मुख्यमंत्री के कहने पर मैं आकर बोल रहा हूं.


लगे झूठ-झूठ के नारे


इसके बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भाषण देने के लिये आए. अरविंद केजरीवाल के भाषण के कुछ ही देर बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं की तरफ से जमकर नारेबाजी शुरू हो गई. बीजेपी कार्यकर्ताओं ने इस दौरान जय श्री राम और झूठ-झूठ के नारे लगाए. जिसके बाद केजरीवाल ने कहा मेरी विनती है, ये लोकतंत्र है 5 मिनट मेरी बात सुन लो, पसंद न आए तो बाद में नारे लगा लेना. मैं तो अच्छी बातें ही कर रहा हूं कोई गाली-गलौज भी नहीं कर रहा.


'एक लाख अतिरिक्त सीटों की जरूरत'


इन नारों पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि काश इन नारों से शिक्षा व्यवस्था अच्छी हो सकती. अब हमें 12वीं के बाद की शिक्षा पर ध्यान देना है. दिल्ली में हर साल ढाई लाख बच्चे 12वीं पास करते हैं. जब हम सरकार में आए तो सिर्फ़ 1.1 लाख बच्चों के लिए दिल्ली में कॉलेज में सीट की व्यवस्था थी, अब हम इसे 1.5 लाख तक ले जा पाए हैं. हमें एक लाख और बच्चों के लिए सीट की व्यवस्था करने की जरूरत है. 


'ऐसी शिक्षा देनी पड़ेगी जो रोज़गार दिलाए'


अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा कि मैकाले ने क्लर्क पैदा करने के लिए शिक्षा व्यवस्था बनाई थी, दुर्भाग्य से वही व्यवस्था चली आ रही है. हमें अब ऐसी शिक्षा देनी पड़ेगी जो रोज़गार दिलाए. यहां अब रोबोटिक्स आदि की शिक्षा दी जाएगी. हर यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर की एकाउंटेबिलिटी इसी बात पर होनी चाहिए कि बच्चों को नौकरी मिली. लेकिन नौकरियों की कमी है, हमें नौकरी करने वाला नहीं नौकरी देने वाला बनना है.


दिल्ली सरकार ने एक प्रयोग किया है- सीएम


सीएम केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार ने एक प्रयोग किया है. बिजनेस ब्लास्टर का. बच्चों को दो-दो हज़ार की सीड मनी दी गई. मनीष सिसोदिया और आतिशी ने जब यह प्रोजेक्ट शुरू किया. जिसके बाद एक बार फिर से बीजेपी कार्यकर्ताओं की तरफ से हंगामा शुरू हो गया. इसपर अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर कहा कि सभी को बोलने का हक है, मुझे बोल लेने दीजिए फिर टीका टिप्पणी कर लीजिएगा. 


12वीं के बाद बच्चे कितने कॉलेजों में गए?


उन्होंने कहा कि हमारे तीन लाख बच्चों ने 52 टीमें बनाई हैं और बिजनेस कर रहे हैं. बच्चों का माइंडसेट चेंज होता जा रहा है. अगर हम इसे कॉलेजों के भीतर शुरू करें, बिज़नेस आइडिया विकसित करें. आतिशी और VC से अपील है कि इस बारे में कदम बढ़ाएं. हमें यह सर्वे करने की भी जरूरत है कि 12वीं के बाद बच्चे कितने कॉलेजों में गए.


मंत्री स्मृति ईरानी ने कैंपस की आधारशिला रखी


इसके बाद दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना भाषण देने के लिये आए, जिसमें उन्होंने कहा कि मेरा सौभाग्य है कि मुझे सीएम के सान्निध्य में इस कैम्पस के उद्घाटन का मौका मिला. 2014 में तत्कालीन शिक्षा मंत्री स्मृति ईरानी ने इसकी आधारशिला रखी. इस कैम्पस की लागत 378 करोड़ है, जिसमें से 346 करोड़ यूनिवर्सिटी ने खुद से दिया है. जो अपने आप में एक मिसाल है, दिल्ली सरकार ने 41 करोड़ अपनी तरफ से सैंक्सन किया था. उपराज्यपाल ने कहा कि अन्य यूनिवर्सिटी को इस यूनिवर्सिटी से सीख लेनी चाहिए. हमें स्टूडेंट को अंधकार से लड़ने की शक्ति देना है. हवा को यह चुनौती होनी चाहिए.


इस दौरान आप समर्थकों ने भी नारेबाजी शुरू कर दी. आप के समर्थक ने कहा कि भ्रष्टाचार का एक ही काल केजरीवाल केजरीवाल. जिस पर उपराज्यपाल ने कहा कि हमें लगता है कि यहां शिक्षा की कमी है. इसके बाद हंगामे पर जब दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा कि कोई भी इस तरह से भाषण देने मंच पर आया हो तो किसी को भी चाहे वो किसी भी पार्टी का हो उसे इस तरह से नारेबाज़ी नहीं करनी चाहिये. इसके साथ ही बीजेपी पर तंज कसते हुये आतिशी ने कहा कि ये बीजेपी का चाल चरित्र ही है.


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