नई दिल्ली: सिख धर्म के संस्थापक बाबा गुरू नानक देव की आज 549वीं जयंती है. सिख समुदाय के लिए ये दिन बहुत ही विशेष है. सिखों के प्रथम गुरु नानकदेवजी की जयंती को प्रकाश पर्व के रूप में मनाया जाता है.


इस दिन गुरुद्वारों में शबद-कीर्तन किए जाते हैं. जगह-जगह लंगरों का आयोजन होता है और गुरुवाणी का पाठ किया जाता है. गुरू नानक सिखों के प्रथम गुरु (आदि गुरु) हैं. इनके अनुयायी इन्हें गुरु नानक, गुरु नानक देव जी, बाबा नानक और नानकशाह नामों से संबोधित करते हैं.


गुरुनानाक देव जी का जन्म रावी नदी के किनारे स्थित तलवंडी नामक गांव में कार्तिक पूर्णिमा को हुआ था. तलवंडी का नाम आगे चलकर नानक के नाम पर ननकाना पड़ गया. ननकाना साहिब पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में है.


उधर गुरुनानक की जयंती में हिस्सा लेने के लिए भारत से 2600 से ज्यादा सिख श्रद्धालु गुरुवार को पाकिस्तान पहुंच गये हैं. समारोह का मुख्य कार्यक्रम आज ननकाना साहिब में होगा जहां श्रद्धालु धार्मिक रस्मो रिवाज करेंगे. इसके बाद श्रद्धालु पंजा साहिब, हसनब्दल के लिए रवाना होंगे.