गुरुग्राम: फिल्म 'पद्मावत' के विरोध को लेकर करणी सेना का देशभर में तब पुरजोर विरोध हुआ जब कथित तौर पर इससे जुड़े लोगों ने एक स्कूल बस पर हमला कर दिया. इसकी विचलित करने वाली तस्वीरें हरियाणा के गुरुग्राम से आईं जिन्हें देख लोगों का खून खौल उठा. लेकिन उसके बाद एक और घिनौनी बात ये हुई कि सोशल मीडिया पर एक सफेद झूठ वायरल किया गया.
संभवत: स्कूली बस पर हमले की करतूत करने वालों से सहानुभूति रखने वाले लोगों ने सोशल मीडिया पर ये बात फैली दी कि बस पर हमला करने वाले करणी सेना के नहीं थे. आगे ये झूठ भी फैलाया गया कि मामले में मुस्लिम लड़कों की गिरफ्तारी हुई है. ऐसे ट्वीट करने वालों में वरिष्ठ पत्रकार और बीजेपी समर्थक सोशल मीडिया सैवी मधु किश्वर भी शामिल हैं जिन्हें बाद में माफी मांगनी पड़ी.
इस सफेद झूठ का पर्दा तब फाश हुआ जब गुरुग्राम पुलिस ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से ट्वीट करके जानकारी दी कि मामले में किसी मुस्लिम युवक को गिरफ्तार नहीं किया गया है.
गुरुग्राम पुलिस ने ट्वीट किया, "हम ये साफ कर देना चाहते हैं कि गुरुग्राम में हरियाणा रोडवेज की बस और एक स्कूल बस पर हमले के मामले में किसी मुस्लिम लड़के को गिरफ्तार नहीं किया गया है."
आपको बता दें कि गुरुग्राम में एक नामी स्कूल के 20-25 छात्र तब बाल-बाल बच गए थे जब 'पद्मावत' फिल्म की रिलीज के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए भीड़ ने उनकी बस पर हमला कर दिया. जी डी गोयनका वर्ल्ड स्कूल के छात्र अपने घर लौट रहे थे. उसी दौरान करीब 60 प्रदर्शनकारियों ने लाठियों से बस पर हमला करते हुए ड्राइवर से गाड़ी रोकने को कहा.
ड्राइवर ने जब ध्यान नहीं दिया तो असामाजिक तत्वों ने बस पर पथराव किया. घटना से खौफजदा बच्चों ने मदद के लिए पुकार लगाई. सौभाग्य से हमले में कोई भी बच्चा घायल नहीं हुआ. आपको बता दें कि आम-व-खास ने इस घटना की पुरज़ोर निंदा की फिर भी ना जाने कौन से लोग हैं जो ऐसी नफरत भरी मानसिकता के बचाव में सोशल मीडिया पर झूठ फैला रहे हैं.