नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बहनोई रॉबर्ट वाड्रा की मुश्किलें और अधिक बढ़ सकती है. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कथित शिकोहपुर जमीन घोटाले में वाड्रा की कंपनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. ईडी ने इस बारे में दस्तावेज देने के लिए गुरूग्राम की ऑथरिटी को पत्र लिखा है. आरोप है कि वाड्रा की कंपनी स्काईलाइट ने शिकोहपुर में साढ़े तीन एकड़ जमीन साढे सात करोड़ में खरीदी और लैंड यूज चेंज करा कर जमीन 58 करोड़ में डीएलएफ को बेच दी. ये भी आरोप है कि तमाम नियम कानूनों को ताक पर रख कर लैंड यूज चेंज किया गया.
आरोप है कि इस मामले में स्टांप ड्यूटी को लेकर भी घोटाला किया गया. तब हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा थे. ईडी आने वाले समय में रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी को नोटिस भी भेज सकती है. सूत्रों के मुताबिक, लंदन से प्रापर्टी चेंज का नक्शा रॉबर्ट के पास आया था. आरोप है कि इसी प्रापर्टी को लेकर मनोज अरोड़ा ने लंदन से पैसे भेजे थे. इसी पैसे को लेकर रॉबर्ट ने मनोज अरोड़ा के नाम का जिक्र किया था. एबीपी न्यूज़ के पास नक्शे और ईमेल की कॉपी है.
वाड्रा के खिलाफ जमीन घोटाले के कई केस दर्ज हैं. इनमें राजस्थान के बीकानेर और हरियाणा के गुरुग्राम का मामला काफी सुर्खियों में रहा है. कल केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा था कि रॉबर्ट वाड्रा का लंदन में आलीशान घर है, जिसकी कीमत 19 लाख पाउंड है और यह घर अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच के घेरे में है.
ईरानी ने कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय दामाद शनिवार को सुर्खियों में आए, जब ईडी ने वाड्रा के निजी सहायक मनोज अरोड़ा के लिए गैरजमानती वारंट की मांग करते हुए दिल्ली की एक अदालत को बताया कि वाड्रा का लंदन स्थित आलीशान घर जांच के घेरे में है. ईरानी ने बताया कि ईडी का आरोप है कि वाड्रा का विवादास्पद डिफेंस कंसल्टैंट संजय भंडारी से करीबी संबंध है, जो अब लंदन में छिपा हुआ है.