असम में रविवार को बीजेपी विधायक दल के नेता चुने गये हेमंत बिस्वा सरमा दोपहर 12 बजे मंत्रिमंडल के साथ मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. श्रीमंत शंकरदेव कलाक्षेत्र में नए मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण समारोह होगा. सर्वसम्मति से बीजेपी विधायक दल और फिर बाद में एनडीए विधायक दल का रविवार को नेता चुने जाने के बाद नॉर्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक एलायंस (एनईडीए) के संयोजक हेमंत बिस्वा सरमा के असम का अगला मुख्यमंत्री बनने का रास्ता साफ हो गया है.
हाल में हुए चुनावों में सत्ताधारी एनडीए के प्रदेश में लगातार दूसरी बार स्पष्ट बहुमत हासिल करने के एक हफ्ते बाद तक शीर्ष पद पर कौन होगा इसे लेकर अटकलें चल रही थीं क्योंकि सरमा और निवर्तमान मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल दोनों ही दावेदार थे. हालांकि एनईडीए संयोजक के पार्टी विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद स्थिति साफ हो गई.
किसी और के नाम का प्रस्ताव नहीं रखा गया
सरमा के रविवार शाम को राज्यपाल जगदीश मुखी से मिलकर अगली सरकार बनाने का दावा पेश करने की उम्मीद है. निवर्तमान मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने सरमा के नाम का प्रस्ताव रखा और बीजेपी के प्रदेश पार्टी अध्यक्ष रंजीत कुमार दास और हाफलांग से नव निर्वाचित विधायक नंदिता गार्लोसा ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया.
वहीं, किसी और के नाम का प्रस्ताव नहीं रखा गया तो ‘‘सरमा को बीजेपी विधायक दल का नेता सर्वसम्मति से चुन लिया गया. असम विधानसभा में बीजेपी के सम्मेलन कक्ष में कोविड दिशानिर्देशों का पालन करते हुए बैठक हुई. इस दौरान केंद्रीय पर्यवेक्षक के तौर पर नरेन्द्र सिंह तोमर और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह मौजूद थे. एनडीए से साझेदारों- बीजेपी, अगप और यूपीपीएल की एक बैठक भी बाद में हुई और सरमा को सर्वसम्मति से एनडीए विधायक दल का नेता चुन लिया गया. जिससे उनके प्रदेश का अगला मुख्यमंत्री बनने का रास्ता साफ हो गया.
सोनोवाल और हेमंत बिस्वा सरमा ने अमित शाह से की थी मुलाकात
इससे पहले दिन में असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने राज्यपाल जगदीश मुखी को अपना इस्तीफा सौंप दिया जिन्होंने अगली सरकार के गठन तक उन्हें पद पर बने रहने को कहा. इससे पहले असम के नए मुख्यमंत्री को लेकर लगाई जा रही अटकलों के बीच, राज्य में बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं सोनोवाल और हेमंत बिस्वा सरमा ने पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से दिल्ली में शनिवार को मुलाकात की थी.
सत्ताधारी बीजेपी गठबंधन राज्य की पहली गैर कांग्रेसी सरकार होगी जिसने लगातार दूसरी बार चुनाव जीता है. बीजेपी ने 126 सदस्यीय असम विधानसभा में 60 सीटों पर जीत दर्ज की है, जबकि उसकी गठबंधन सहयोगी असम गण परिषद से नौ और यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल ने छह सीटें जीतीं.
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