Gyan Dev Ahuja on Wayanad Landslides: 'जहां गोहत्या होगी वहां...', वायनाड में हुईं 300 मौतों पर ये क्या बोल गए बीजेपी नेता?
Gyan Dev Ahuja Controversial Statement: पूर्व बीजेपी विधायक ने कहा है कि हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और यूपी में भी ऐसी घटनाएं होती हैं लेकिन वहां वायनाड जैसे हालात नहीं होते हैं और इसकी वजह गोकशी है.
Gyan Dev Ahuja Controversial Remark: केरल के वायनाड में एक के बाद एक लगातार कई भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं. 30 जुलाई से अब तक पूरे जिले में कई जगह पर हजारों घर जमींदोज हो गए और अब तक कम से कम 387 लोगों की जान चली गई है. 5 अगस्त, सोमवार को लोगों के बचाव का सातवां दिन चल रहा है. इसी बीच राजस्थान के एक पूर्व बीजेपी विधायक ज्ञानदेव आहूजा का विवादित बयान सामने आया है. समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए ज्ञानदेव आहूजा ने कहा कि केरल में गोहत्या होती है और इस वजह से ही वहां त्रासदी आई है.
इसके साथ ही पूर्व बीजेपी विधायक ने कहा है कि देश में जहां भी गौ माता की हत्या होगी, वहां हालात कुछ ऐसे ही होंगे.
हिमाचल, उत्तराखंड जैसे राज्यों में लैंडस्लाइड पर क्या बोले ज्ञानदेव?
हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में बादल फटने और लैंडस्लाइड जैसी घटनाओं का जिक्र करते हुए ज्ञानदेव बोले, "वायनाड में जो हुआ उससे बहुत जनहानि हुई है. केरल में साल 2018 से लगातार ऐसी घटनाएं हो रही हैं. हिमाचल, उत्तरांचल और यूपी में ऐसी घटनाएं होती हैं, बादल फटते हैं लेकिन वहां वायनाड जैसा हाल नहीं होता है."
केरल सरकार से गोकशी पर प्रतिबंध लगाने की मांग
पूर्व बीजेपी विधायक ने वायनाड त्रासदी और केरल में अतीत में हुए प्राकृतिक घटनाओं का हवाला देते हुए केरल सरकार से गोकशी पर रोक लगाने की मांग की है. उन्होंने कहा, "मैं केरल के मुख्यमंत्री से कहना चाहता हूं कि ऐसी घटनाओं से बचने के लिए गोकशी पर रोक लगाएं, अगर ऐसा नहीं होता है तो भविष्य में इससे भी खतरनाक घटना हो सकती है."
'पीड़ितों के घर में बिना अनुमति कोई न घूसे'
रविवार देर रात जिला प्रशासन ने भूस्खलन में मारे गए अज्ञात लोगों के शवों का सामूहिक अंतिम संस्कार किया. मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने पहले जिला प्रशासन को अंतरधार्मिक प्रार्थनाओं के साथ औपचारिकताएं पूरी करने का निर्देश दिया था.
वायनाड जिले के सीएमओ ने कहा है कि रात में पीड़ितों के घरों या इलाकों में अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. बयान में कहा गया है कि बचाव अभियान के लिए पुलिस की अनुमति के बिना किसी को भी रात में पीड़ितों के घरों या किसी भी क्षेत्र में प्रवेश नहीं करना चाहिए.
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