Asaduddin Owaisi Reaction: वाराणसी की जिला अदालत (Varanasi District Court) ने सोमवार को ज्ञानवापी श्रृंगार गौरी में नियमित दर्शन और पूजा करने के मामले की सुनवाई करते हुए एक बड़ा फैसला सुनाया. कोर्ट ने मुस्लिम पक्ष की अपील खारिज करते हुए कहा कि यह मामला सुनने योग्य है. जिला अदालत के इस फैसले को लेकर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस मामले में अपील होनी चाहिए. 


ओवैसी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के ऑर्डर के हिसाब से फैसले के खिलाफ अपील करने के लिए 8 हफ़्ते का टाइम है. उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि ऑर्डर से देश में बहुत सी चीजें शुरू हो जाएंगी. यह 1991 के प्लेसेज ऑफ वर्शिप एक्ट के खिलाफ है और उस पर लिटिगेशन भी शुरू हो जाएगा. इस फैसले के बाद ये केस भी बाबरी मस्जिद (Babri Masjid) मामले की राह पर बढे़गा.  


देश में उथल-पुथल का माहौल बनेगा


ओवैसी ने ज्ञानवापी मस्जिद मामले में वाराणसी जिला अदालत के फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए आगे कहा कि आज के आदेश से देश में बहुत सारी नई चीजें शुरू हो जाएंगी. अब इस तरह के वाद के मामले बढ़ेंगे और धार्मिक ढांचों के मामले में 15 अगस्त 1947 से पहले की स्थिति को लेकर हम फिर से 80 और 90 के दशक मे वापस चले जाएंगे. ओवैसी ने कहा कि इसका असर देश में अस्थिरता का माहौल बढ़ेगा.


ओवैसी ने आगे कहा कि अब लगता है कि इस तरह के लिगिटेशन अगर आगे बढ़ते हैं तो स्थिति बाबरी मस्जिद के मामले जैसी हो जाएगी. एआईएमआईएम प्रमुख ओवैसी ने कोर्ट के इस फैसले के बाद प्रधानमंत्री मोदी का जिक्र करते हुए कहा कि पीएम मोदी ने वाराणसी में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का इनॉगेरेशन किया था तब प्लॉट नंबर 93 और 94 को एक्सचेंज किया गया था. एक्सेंज तो मालिक के जरिए होता है?


केशव प्रसाद मौर्य पर पलटवार


ओवैसी ने ज्ञानवापी मस्जिद-श्रृंगार गौरी परिसर में पूजा-अर्चना की अनुमति देने से जुड़े केस में जिला कोर्ट के फैसले के बाद यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के एक ट्वीट पर पलटवार करते हुए कहा कि क्या यूपी सरकार मुसलमानों की भी सरकार नहीं है? कैसे मंत्री हैं? खुलकर अपनी नफरत को जाहिर कर रहे हैं.


दरअसल, कोर्ट के फैसले के बाद केशव प्रसाद मौर्य ने एक ट्वीट किया था जिसमें उन्होंने लिखा- "करवट लेती मथुरा, काशी". इसके अलावा उन्होंने दो और भी ट्वीट किए इनमें से एक ट्वीट में उन्होंने लिखा, बाबा विश्वनाथ जी, मां श्रृंगार गौरी मंदिर मामले में माननीय अदालत के आदेश का स्वागत करता हूं, सभी लोग फैसले का सम्मान करें. वहीं उन्होंने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा 'सत्यम शिवम् सुंदरम'.


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