Lok Sabha Elections 2024: अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कमेटी के जॉइंट सेक्रेटरी मोहम्मद यासीन ने लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण की वोटिंग से पहले बड़ा बयान दिया है. उन्होंने इस बार के लोकसभा चुनाव को मुसलमानों के भविष्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण बताया है. उन्होंने TV9 से बातचीत में कहा कि हमारे लिए ये चुनाव जीने-मरने का सवाल है.


मोहम्मद यासीन ने कहा, ''इस बार का चुनाव दो गठबंधनों के बीच लड़ रहा है. एक गठबंधन संविधान को सर्वोपरि मानकर लड़ रहा है तो दूसरा गठबंधन संविधान को दरकिनार कर लड़ रहा है. एक सबके हित में न्याय करने की बात कर रहा है तो दूसरा अन्याय करने की कोशिश कर रहा है, जो खासतौर से अल्पसंख्यकों के लिए नुकसानदेह होगा.''


ये हमारे जीवन-मरण का चुनाव है- मोहम्मद यासीन 


मोहम्मद यासीन ने आगे कहा कि इस बार का लोकसभा चुनाव इसलिए अहम है, क्योंकि ये हमारे जीवन-मरण की बात है. हमें बहुत सोच-समझकर चुनाव में भाग लेना है. उन लोगों के लिए वोट करना है, जो संविधान की सुरक्षा की बात कर रहे हैं. इस चुनाव में सबको हर हाल में हिस्सा लेना है. अब लोगों की पसंद क्या होती है, ये अगले पांच साल पर निर्भर करेगा.


मुस्लिमों के विकास पर क्या बोले मोहम्मद यासीन 


अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कमेटी के जॉइंट सेक्रेटरी ने कहा कि चुनाव में सबकी बात होनी चाहिए, सिर्फ मुस्लिम समाज की बात नहीं होनी चाहिए. देश में सबका-साथ सबका-विकास होना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. उन्होंने आगे कहा कि देश में बेरोजगारी और महंगाई चरम पर है. बनारस में क्या विकास हुआ, वो साफ दिखाई देता है. यहां माहौल हमारे पक्ष में नहीं है. 


अटल बिहारी वाजपेयी पर क्या बोले यासीन


 मोहम्मद यासीन ने कहा, मैं लखनऊ का रहन वाला हूं और मैं खुद अटल बिहारी वाजपेयी को वोट करता था, क्योंकि मैं उनके व्यक्तिव से बहुत प्रभावित था. अटल बिहारी वाजपेयी मेरे घर भी आए थे. लेकिन अब पीएम कड़वी जुबान बोलते हैं. पंडित नेहरू से लेकर मनमोहन सिंह ने कभी ऐसा नहीं कहा. आज जो हो रहा है, वह बहुत अफसोस की बात है.''


यह भी पढ़ें- Lok Sabha Elections 2024: एक जून को क्या करेंगे बनारस के मुसलमान? शहर के सबसे बड़े मुफ्ती ने दिया ये जवाब