Gyanvapi Masjid Survey के दौरान मिले स्वास्तिक और ओम के निशान, दीवारों पर आकृतियों को पेंट से ढका गया
Gyanvapi Survey: एक तहखाना ऐसा भी मिला है, जिसको कूड़े से ढकने की कोशिश की गई है. कल निगम के कर्मचारी वहां पर काम करने लिए अंदर गए थे. लेकिन, गर्मी की वजह से जल्दी वापस लौट आए.
Varanasi Gyanvapi Masjid Survey: वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद में आज तीसरे दिन भी कड़ी सुरक्षा बंदोबस्त के बीच सुबह आठ बजे से सर्वे का काम किया जा रहा है. सूत्रों के मुताबिक, इस दौरान स्वास्तिक और ओम के निशान और एक बड़ा टैंक मिला है. हालांकि, तालाब नहीं मिली है. इसके साथ ही, दीवारों में जो आकृतियां बनी थी वो न दिखाई दें इसलिए पेंट कर दिया गया था. एक तहखाना ऐसा भी मिला है, जिसको कूड़े से ढकने की कोशिश की गई है. कल निगम के कर्मचारी वहां पर काम करने लिए अंदर गए थे. लेकिन, गर्मी की वजह से जल्दी वापस लौट आए.
सर्वे करने वाली टीम ने रविवार तक करीब 65 फीसदी काम पूरा कर लिया था. ज्ञानवापी सर्वे के दूसरे दिन दिन छत और गुंबद की वीडियोग्राफी की गई थी. 5 तहखानों में से 4 का सर्वे हो चुका है. अब सिर्फ 1 तहखाना बचा है. 17 मई तक सर्वे का काम पूरा करके कोर्ट में रिपोर्ट पेश की जानी है. लेकिन इस बीच कल मस्जिद में वजूखाने के पास के तालाब पर विवाद खड़ा हो गया था.
पिछले हफ्ते रोका गया था सर्वे
मस्जिद समिति की आपत्तियों के बीच पिछले सप्ताह सर्वेक्षण रोक दिया गया था. समिति ने दावा किया था कि सर्वे के लिए अदालत द्वारा नियुक्त अधिवक्ता आयुक्त को परिसर के अंदर वीडियोग्राफी कराने का अधिकार नहीं है. सर्वे टीम ने कहा कि ज्ञानवापी मस्जिद परिसर का दूसरे दिन का सर्वे-वीडियोग्राफी कार्य संपन्न हो गया और यह सोमवार को भी जारी रहेगा.
अदालत के आदेश के अनुसार, सर्वे का कार्य सुबह आठ बजे से दोपहर 12 बजे तक किया जाना है. सर्वे टीम रविवार को लगभग डेढ़ बजे बाहर निकली. टीम के सदस्यों ने बताया कि सर्वे कार्य अदालत के आदेश के अनुसार 12 बजे खत्म हो गया था और बाकी का समय काम समेटने व दस्तावेज बनाने में लगा. विशेष अधिवक्ता आयुक्त विशाल सिंह ने कहा, “अदालत के आदेश पर सर्वेक्षण की कार्यवाही शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई. सर्वे में किसी तरह की कोई बाधा नहीं आ रही। सर्वे की रिपोर्ट गोपनीय है और अभी इसे सार्वजनिक नहीं किया जा सकता.”
शांतिपूर्ण संपन्न हुआ सर्वे का काम
इससे पहले, सर्वे के लिए जाते समय सिंह ने कहा था, “मेरे साथ उच्चतम न्यायालय के अधिवक्ता राजेंद्र नाथ पांडेय भी सर्वे के दौरान मस्जिद परिसर में मौजूद रहेंगे. बाकी शनिवार वाली ही पूरी टीम रविवार को अंदर जा रही है.” सिंह के मुताबिक, पूरी कोशिश होगी कि सर्वे समय पर पूरा कर लिया जाए और 17 मई को अदालत में रिपोर्ट पेश की जाए.
ज्ञानवापी पर विवादित बयानों के बीच केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने आज के हालातों के लेकर पूर्व प्रधानमंत्री नेहरू पर निशाना साधा. गिरिराज सिंह ने कहा कि तुष्टिकरण की राजनीति के लिए काशी, मथुरा और अयोध्या को नेहरू ने विवादित रखा था. वहीं दूसरी तरफ इस सर्वे को लेकर संघ के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार ने कहा कि आज सच सामने आना ही चाहिए. इंद्रेश कुमार ने कहा कि लोग ताजमहल, ज्ञानवापी मस्जिद, 'कृष्ण जन्मभूमि' की सच्चाई जानना चाहते हैं. अदालत को सच्चाई का पता लगाने में मदद करनी चाहिए. बातचीत से होगा फैसला.
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