Gyanvapi Mosque Case: अयोध्या, काशी और मथुरा...ये आक्रांताओं के हम पर हमलों के सबसे बड़े निशान, सौंपे जाएं- बोले गोविंद देव गिरी महाराज
Swami Govind Dev Giri Maharaj on Gyanvapi Row: श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष को उम्मीद है कि बाकी मुद्दों का हल भी शांति से निकाल लिया जाएगा.
Swami Govind Dev Giri Maharaj on Gyanvapi Row: श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंद देव गिरी महाराज ने कहा है कि यूपी के अयोध्या में राम मंदिर, वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर और मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि वाले मंदिर आक्रांताओं की ओर से हम पर किए गए हमलों के सबसे बड़े निशान हैं. ऐसे में इन मंदिरों को हिंदुओं को सौंप दिया जाना चाहिए.
समाचार एजेंसी एएनआई की ओर से सोमवार (5 फरवरी, 2024) को जारी वीडियो में वह ज्ञानवापी परिसर से जुड़े सवाल पर राय देते नजर आए. वह बोले, "हमारी हाथ जोड़कर प्रार्थना है कि इन 3 मंदिरों को सौंप दिया जाना चाहिए. ऐसा इसलिए क्योंकि ये आक्राताओं के हम पर किए गए हमलों के सबसे बड़े निशान हैं. इन मंदिरों की वजह से देश के लोगों के मन में वेदना है. अगर इस वेदना को ये लोग शांति के साथ दूर कर देते हैं तब भाई-चारा बढ़ने में और अधिक सहयोग मिलेगा."
#WATCH | On Gyanvapi issue, Swami Govind Dev Giri Maharaj says, " I appeal with folded hands that all these 3 temples (Ayodhya, Gyanvapi and Krishna Janmabhoomi) because these are biggest scars of the attacks done by invaders. People are in pain, if they (Muslim side) can heal… pic.twitter.com/SN0WdZ72iV
— ANI (@ANI) February 5, 2024
अंग्रेजी अखबार 'टीओआई' की खबर के मुताबिक, वह यह भी बोले- अगर ये 3 (अयोध्या, काशी और मथुरा) मंदिर मुक्त कर दिए जाएं तो हमारी किसी और धर्मस्थल को देखने की चाहत भी नहीं रहेगी. ऐसा इसलिए क्योंकि हमें भविष्य में रहना है, न कि भूतकाल में. देश का भविष्य अच्छा होना चाहिए. ऐसे में अगर शांति और प्रेम से हमें बाकी दो मंदिर (काशी और मथुरा) भी मिल जाएं तब हम बाकी चीजों के बारे में भूल जाएंगे.
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के ट्रेजरर के अनुसार, "हमने शांतिपूर्ण हल (राम मंदिर के लिए) निकाला और अब एक नया दौर शुरू हो चुका है इसलिए हमें उम्मीद है कि आगे बाकी मुद्दे भी शांति के साथ हल कर लिए जाएंगे." मुस्लिम समुदाय को लेकर उन्होंने आगे बताया- परिस्थितियों के हिसाब से हम आगे का कदम उठाएंगे और उन्हें (मुस्लिमों) मनाने की कोशिश करेंगे. हमें यह सुनिश्चित करेंगे कि किसी प्रकार से स्थिति न बिगड़े और शांति बनी रहे.