Gyanvapi Masjid में सर्वे के बीच क्या Kashi Vishwanath Mandir में भक्तों के दर्शन पर है रोक? ये बोले Varanasi के DCP
Gyanvapi Masjid: डीसीपी ने कहा, सभी के लिए दर्शन की व्यवस्था की गई है. दर्शनार्थियों को कोई समस्या ना हो इसके लिए सारे मार्ग खोले गए हैं और उनमें पर्याप्त ड्यूटी भी लगाई गई है. अभी एक गेट से कमीशन के सदस्यों को एंट्री दी जा रही है और बाकी से श्रद्धालु दर्शन कर रहे हैं.
ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में दूसरे दिन सर्वे काम शुरू हो चुका है. मस्जिद परिसर के आसपास सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. लेकिन एक सवाल जो आम लोगों के मन में है कि क्या सर्वे के कारण काशी विश्वनाथ मंदिर में वे दर्शन कर पाएंगे या नहीं. इसका जवाब वाराणसी के डीसीपी आरएस गौतम ने दिया है. उन्होंने कहा, काशी विश्वनाथ में दर्शन करने वालों के लिए एक गेट छोड़कर सभी गेट खोले गए हैं. सिर्फ एक गेट से सर्वे टीम को एंट्री दी गई है.
उन्होंने कहा, सभी के लिए दर्शन की व्यवस्था की गई है. दर्शनार्थियों को कोई समस्या ना हो इसके लिए सारे मार्ग खोले गए हैं और उनमें पर्याप्त ड्यूटी भी लगाई गई है. अभी एक गेट से कमीशन के सदस्यों को एंट्री दी जा रही है और बाकी से श्रद्धालु दर्शन कर रहे हैं. वहीं वाराणसी के पुलिस आयुक्त ए सतीश गणेश ने कहा, आज दूसरे दिन कमीशन की कार्रवाई शुरू कर दी गई है. कमीशन के सभी सदस्य अंदर जा चुके हैं और प्रकिया शुरू हो गई है. सुरक्षा आज बढ़ाई गई है और लोगों को दर्शन में कोई असुविधा ना हो इसके लिए भी विशेष ध्यान दिया गया है.
वहीं हिंदू पक्ष के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गुंबद की तरफ सर्वे के दौरान एक दीवार जिस पर हिन्दू परंपरा के आकार दिख रहे हैं, उस पर सफेद चूने से रंग आ गया है. सर्वे की टीम ने इसकी वीडियोग्राफी की और प्रतीक चिह्न का भी जिक्र किया जिनसे उनकी बात को बल मिल रहा है. सूत्रों के मुताबिक ज्ञानवापी मस्जिद के अंदर सात-आठ फीट का ढेर है, जिसे सफेद पेंट से ढका हुआ है, उसे हटाया जाएगा और बारीकी से अध्ययन किया जाएगा.
वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद में कोर्ट के आदेश पर 5 तहखानों की वीडियोग्राफी की गई है. सर्वे में दोनों पक्षों ने सहयोग किया है. शनिवार को सर्वे के बाद हिंदू पक्ष ने दावा करते हुए कहा था कि सभी साक्ष्य हमारे पक्ष में हैं. तहखानों में मूर्तियों के भग्नावशेष मिले हैं. हिंदू पक्ष ने कहा था कि तहखाने में शरारती तत्वों ने मिट्टी भर दी थी उसे साफ किया गया. लिंगायत समाज में काशी में लिंग दान का प्रचलन है, तहखाने में उस परम्परा के टूटे लिंग मिले हैं.
शनिवार को सुबह आठ बजे से दोपहर 12 बजे तक ही सर्वे का काम किया गया था. इसमें सभी पक्षकार और उनके अधिवक्ता और सहायक मौजूद थे. सरकार की तरफ से पक्षकार राज्य सरकार, जिलाधिकारी वाराणसी, पुलिस आयुक्त, काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट के ट्रस्टी मौजूद रहे.
इस दौरान जिलाधिकारी ने कहा था कि किन-किन स्थानों का सर्वे हुआ है और क्या क्या मिला है, यह अभी बता पाना संभव नहीं है. जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया था कि शनिवार की कार्यवाही से सभी पक्षकार संतुष्ट हैं. वादी और प्रतिवादी पक्ष के अधिवक्ता और कोर्ट कमिश्नर ने बाहर निकलने के बाद कुछ भी बताने से इनकार कर दिया था.
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