Farooq Abdullah News: वाराणसी के ज्ञानवापी सर्वे मामले में इलाहाबाद हाई कोर्ट ने गुरुवार (03 अगस्त) को अपना फैसला सुनाते हुए एएसआई के सर्वे पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है. इस पर अब जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने बयान दिया. 


न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, फारूक अब्दुल्ला ने कहा, "आपको यह महसूस करना होगा कि हम हिंदू बहुसंख्यक भारत में एक मुस्लिम बहुसंख्यक राज्य हैं. हमें भारत की ओर किस चीज ने आकर्षित किया? एकमात्र चीज जो हमें यहां लेकर आई वह महात्मा गांधी और उनके कथन थे कि यह देश सभी के लिए है, चाहे आप किसी भी भाषा के हों."


'भगवान एक है'


न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष ने कहा, "चाहे वह मंदिर हो या मस्जिद, भगवान एक है. आप भगवान को मंदिर या मस्जिद कहीं भी देख सकते हैं." बता दें कि कोर्ट के फैसले के तहत ज्ञानवापी मस्जिद का सर्वे जारी रहेगा. 


सुप्रीम कोर्ट पहुंच सकता है ज्ञानवापी सर्वे मामला 


वहीं, ज्ञानवापी सर्वे का मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच सकता है. इलाहाबाद हाई कोर्ट के आदेश के खिलाफ मुस्लिम पक्ष अंजुमन इंतेजामिया मस्जिद समिति गुरुवार (3 अगस्त) को सुप्रीम कोर्ट पहुंची. मुस्लिम पक्ष के वकील ने चीफ जस्टिस के सामने सर्वे रोकने की मांग की है. 


हिंदू पक्ष भी पूरी तरह तैयार


हालांकि, हिंदू पक्ष भी अपनी पूरी तैयारी में है. हिंदू पक्ष की तरफ से याचिकाकर्ता राखी सिंह ने इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में कैविएट दाखिल किया है. साथ ही मांग रखी है कि उनका पक्ष सुने बिना कोई आदेश न दिया जाए. 


ये भी पढ़ें: Gyanvapi Survey: ज्ञानवापी सर्वे पर हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ SC पहुंचा मुस्लिम पक्ष, चीफ जस्टिस ने कहा- जल्द आदेश देंगे