H3N2 Death: देश में एच3एन2 इंफ्लूएंजा वायरस से दो लोगों की बात सामने आई है. पहला मामला कर्नाटक के हासन के रहने वाले 82 साल के हीरे गौड़ा और दूसरा हरियाणा के जींद के रहने वाले 56 साल के एक व्यक्ति की मौत इसी वायरस से बताई जा रही है. हालांकि, इन दोनों ही लोगों की मेडिकल हिस्ट्री भी रही है. ये लोग पहले से बीमारी से ग्रसित रहे हैं.


समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने शुक्रवार को कहा कि 82 साल के हीरे गौड़ा नाम का एक व्यक्ति कर्नाटक में एच3एन2 वायरस का पहला शिकार बना. हासन के जिला स्वास्थ्य अधिकारी के मुताबिक, इस वायरस से उनकी मौत 1 मार्च को ही हो गई थी. वहीं, इसी अधिकारी के मुताबिक गौड़ा डायबिटिक थे और हाइपरटेंशन से भी पीड़ित थे. उन्हें 24 फरवरी को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इसके बाद उनके उनके सैंपल लिए गए और टेस्टिंग के लिए भेजे गए तो पुष्टि हुई कि वो इस वायरस से भी पीड़ित थे.


हरियाणा का शख्स की भी मेडिकल हिस्ट्री


वहीं, जींद के रहने वाले शख्स की भी इस वायरस से मौत की बात की जा रही है उसकी भी मेडिकल हिस्ट्री सामने आई है. स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने शुक्रवार को कहा कि हरियाणा के 26 साल के एक व्यक्ति की हाल ही में मौत हो गई थी. उसका भी एच3एन2 वायरस का टेस्ट किया गया था और वो लंग कैंसर का मरीज था.


अधिकारी ने कहा, “शुरुआती जानकारी के मुताबिक, इस मरीज की मौत 8 फरवरी को घर पर हुई थी. उसका जनवरी के महीने में रोहतक के पीजीआई अस्पताल में एच3एन2 वायरस का परीक्षण किया गया था.” अधिकारी ने कहा कि उसका ये टेस्ट 17 जनवरी को किया गया था.


अब तक देश में कितने मामले?


देश में इस वक्त एच3एन2 वायरस, जिसे हॉन्गकॉन्ग फ्लू भी कहते हैं, इसके 90 केसों की पुष्टि हो चुकी है. इसके अलावा एच1एन1 वायरस के भी आठ केस रिपोर्ट हुए हैं. इस तरह के मामलों के देश में बढ़ने पर डॉक्टरों ने भी बयान जारी किए हैं. इससे संक्रमित लोगों में बुखार, सर्दी, खांसी, सांस लेने में समस्या देखी गई है. इसके अलावा उन्हें बदनदर्द, गले में खराश और डायरिया की शिकायत हो सकती है. यह लक्षण एक हफ्ते तक रहते हैं.


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