H3N2 Virus Affecting Children: डॉक्टरों ने बच्चों में H3N2 के संक्रमण में अचानक बढ़ोतरी पर फिक्र जताई है. खासकर 5 साल से कम उम्र के बच्चे इसकी गिरफ्त में अधिक आ रहे हैं. इस वजह से अस्पतालों के आईसीयू ( ICU) में वो अधिक एडमिट हो रहे हैं. स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक मरीजों में से अधिकांश दवा विशेष तौर से एंटीबायोटिक दवाओं को रिस्पॉन्ड नहीं कर रहे हैं. बच्चों में H3N2 वायरस के मामलों की संख्या में अचानक बढ़ोतरी ने स्वास्थ्य विशेषज्ञों की चिंता बढ़ा दी है.
17% पॉजिटिव मामले
पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (NIV) के आंकड़ों के अनुसार, इस साल जनवरी से पुणे में लिए गए 2,529 सैंपल में से 428 (लगभग 17%) पॉजिटिव आए हैं. फरवरी के दूसरे पखवाड़े में H3N2 मामलों की सबसे अधिक संख्या दर्ज की गई थी.
बच्चों में बढ़ता संक्रमण
पुणे स्थित भारती अस्पताल का चाइल्ड मेडिकल आईसीयू पिछले 4-6 सप्ताह से भरा हुआ है. इसमें सबसे ज्यादा शैशवावस्था से 5 साल की उम्र के बच्चे हैं. इनमें कुछ को दिल की समस्या और ब्लड प्रेशर में भी दिक्कत रिपोर्ट की गई है. इन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट की जरूरत भी पड़ती है. H3N2 के अलावा एडिनोवायरस के चलते भी बच्चे में आईसीयू में भर्ती हुए हैं.
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, इन्फ्लूएंजा वायरस के टाइप A के सबटाइप H3N2 के बाकी वेरिएंट की तुलना में अधिक मरीज अस्पताल में भर्ती हो रहे हैं. गंभीर सांस की बीमारी वाले मरीजों में 92 प्रतिशत में बुखार, 86 प्रतिशत में खांसी, 27 प्रतिशत में सांस फूलना और 16 प्रतिशत में घरघराहट की शिकायत देखी गई है. गंभीर सांस की समस्या वाले लगभग 10% रोगियों को ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है जबकि 7% को आईसीयू में भर्ती करने की जरूरत पड़ती है.
बच्चों में लक्षण
H3N2 संक्रमण वाले बच्चों में सबसे आम लक्षण तेज बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ और निमोनिया हैं. एक्सपर्ट के मुताबिक, ऐसे बच्चों के ठीक होने की अवधि लगभग 7-8 दिन होती है. कुछ मामलों में, जहां बच्चा कुपोषित है या उसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है, बुखार कम होने में लगभग 10 दिन लग सकते हैं.
एक्सपर्ट के मुताबिक, संक्रमित बच्चों में 101-104 डिग्री फॉरेनहाइट तक बुखार देखा गया है. 5 वर्ष से कम आयु के बच्चे इस वायरस की गिरफ्त में आसानी से आ रहे हैं. उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट की जरूरत होती है. अधिकांश बच्चे एंटीबायोटिक दवाओं का रिस्पॉन्ड नहीं कर रहे हैं.
कई राज्यों में अलर्ट
वायरस के बढ़ते मामले को देखते हुए केंद्र ने राज्यों को एडवाइजरी जारी की थी. कई राज्यों में इसे लेकर अलर्ट और गाइडलाइन जारी की गई है. H3N2 इन्फ्लूएंजा के तेजी से फैलने के बारे में चेतावनी देते हुए पद्म श्री डॉ. रणदीप गुलेरिया ने सोमवार (13 मार्च) को कहा कि लोगों को फेस मास्क का उपयोग करने और लगातार हाथों को सैनिटाइज करने की जरूरत है. उन्होंने यह भी कहा कि सभी को वैक्सीन लगाई जानी चाहिए.
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