Health Ministry over H3N2 Influenza Hong Kong flu: मौसमी इंफ्लूएंजा के सब-टाइप H3N2 वायरस के बढ़ते मामलों और देश में हुई दो मौतों के बाद, सरकार ने शुक्रवार (10 मार्च) को कहा है कि वह इस पर करीब से नजर रख रही है और मार्च के आखिर तक इसके मामले घटने की उम्मीद है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसी के साथ कहा है कि छोटे बच्चे और पहले से अन्य बीमारियों से घिरे लोगों को मौसमी इंफ्लूएंजा से खतरा ज्यादा है. 


केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय रियल टाइम के आधार पर एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (IDSP) नेटवर्क के माध्यम से देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में मौसमी इंफ्लूएंजा के मामलों पर बारीकी से नजर रख रहा है.


स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आधिकारिक बयान में कहा गया कि सरकार एच3एन2 वायरस के कारण बीमार होने की दर और मृत्यु दर पर भी नजर रख रही है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने प्रेस विज्ञप्ति में यह भी बताया कि अब तक कर्नाटक और हरियाणा में H3N2 इन्फ्लूएंजा से एक-एक मौत की पुष्टि हुई है.


H3N2 वायरस से संक्रमित दो लोगों की हुई मौत


अधिकारियों के मुताबिक, माना जा रहा है कि कर्नाटक के हासन के हिरे गौड़ा नामक 82 वर्षीय बुजुर्ग की मौत एच3एन2 वायरस से हुई. इस वायरस से मौत का यह पहला मामला माना जा रहा है. गौड़ा को 24 फरवरी को अस्पताल में भर्ती कराया गया था और एक मार्च को उनका निधन हो गया. वह कथित तौर पर डायबिटीज और हाइपरटेंशन के मरीज थे. वहीं, समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, हासन जिला स्वास्थ्य अधिकारी (DHO) ने कहा कि गौड़ा की मौत H3N2 वायरस से होने की पुष्टि हुई है. 


वहीं, हरियाणा के जींद जिले के एक 56 वर्षीय शख्स का निधन 8 फरवरी को उसके घर में हो गया था. अधिकारियों ने बताया कि शख्स को जनवरी में रोहतक के पीजीआईएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया था और उसका H3N2 टेस्ट पॉजिटिव आया था. सरकार के मुताबिक, अब तक देश में H3N2 वायरस के करीब 90 मामले सामने आए हैं. वहीं, H1N1 वायरस के भी आठ मामलों का पता चला है.


कोरोना से काफी मेल खाते हैं H3N2 के लक्षण


पिछले कुछ महीनों में मौसमी इंफ्लूएंजा के जो मामले देश में सामने आए हैं, उनमें से ज्यादातर H3N2 वायरस के हैं. भारत में अबतक मौसमी इंफ्लूएंजा के H3N2 और H1N1 वायरस का पता चला है. इस वायरस सें संक्रमित रोगियों के लक्षण कोरोना से काफी मेल खाते हैं. H3N2 वायरस को हांगकांग फ्लू (Hong Kong Flu) के नाम से भी जाना जाता है.


सर्दी-खांसी और छींक आना इसके आम लक्षण हैं. डॉक्टरों की सलाह के मुताबिक, कोरोना की तरह इसमें भी सावधानी बरतने की जरूरत है. इसका मतलब है कि इंफ्लूएंजा से संक्रमित लोगों को मास्क जरूर लगाना चाहिए. साथ ही साबुन से हाथ धोने की सलाह दी जाती है. H3N2 एक संक्रामक वायरस है, इसलिए कहीं भी आते-जाते समय लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए और आपस में दूरी बनाए रखने के नियम का पालन करना चाहिए.


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