जम्मू कश्मीर पावर डिपार्टमेंट की वेबसाइट, एंड्राइड एप और डाटा सर्वर पर हुआ साइबर अटैक
पावर डिपार्टमेंट के चार सर्वर पर साइबर अटैक हुआ है. यह मामला तब सामने आया जब ग्राहकों ने वेबसाइट और एप पर बिल न जमा होने की शिकायते कीं.
श्रीनगर: जम्मू कश्मीर के पॉवर डिपार्टमेंट के सर्वर को किस ने हैक किया? यह सवाल अभी भी बना हुआ है. साइबर हमले के पांच दिन बाद भी अधिकारियों के हाथ खाली हैं और जवाब नदारद. जम्मू-कश्मीर पुलिस का साइबर विभाग अभी मामले की जांच में जुटा है. गुरुवार को जम्मू कश्मीर पॉवर डेवलपमेंट डिपार्टमेंट (PDD) की तरफ से जम्मू कश्मीर पुलिस को एक शिकायत मिली थी कि उनके विभाग की वेबसाइट, एंड्राइड एप और डाटा सर्वर पर साइबर अटैक हुआ है.
यह मामला तब सामने आया जब ग्राहकों ने वेबसाइट और एप पर बिल न जमा होने की शिकायतें की. विभाग ने आंतरिक जांच की तो पता चला कि मामला साइबर अटैक का है.
PDD के चीफ इंजीनियर एजाज़ भट्ट के अनुसार बुधवार सुबह 5 बजे उनको सूचित किया गया कि विभाग के डाटा सर्वर पर जम्मू और श्रीनगर में हमला हुआ है. इसके बाद तुरंत ही विभाग के इंजीनियर्स ने इस से निपटने की कोशिश की. सेफ्टी प्रोटोकॉल के मुताबिक जम्मू और श्रीनगर में एक-एक करके सारे सर्वर बंद कर दिए गए, लेकिन तब तक डाटा को बहुत नुकसान हो चुका था.
PDD के अनुसार विभाग के 103 सर्वर जिनमें 60 लोकल और 43 अन्य सर्वर को बंद कर दिया गया, लेकिन 4 सर्वर पर हमला हो चुका था. PDD के अनुसार जिन सर्वर पर हमला हुआ उन में विभाग का कोई भी क्रिटिकल सर्वर नहीं था और कस्टमर्स कि जानकारी और बिल के भुगतान पर कोई असर नहीं हुआ.
यह हमला RANSOMWARE के जरिए किया गया और हैकर ने विभाग के चार सर्वर को ENCRYPT कर दिया है. हैकर ने विभाग को अनलॉक करने के लिए पैसों की मांग की और अनलॉक के लिए कोड दिया.
जम्मू कश्मीर पुलिस मामले की जांच में जुट गई है कि आखिर यह हैकर कौन है और इस हमले के तार कहा जुड़े हैं. कश्मीर के आईजी विजय कुमार के मुताबिक जम्मू कश्मीर पुलिस के साइबर सेल ने मामला अपने हाथ में लेकर जांच शुरू कर दी है और बहुत जल्द मामले को सुलझा लिया जाएगा.
फिलहाल आम लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और विभाग ने फिलहाल ऑनलाइन बिल भेजने और इंटरनेट के जरिए बिल के भुगतान की सेवाएं अगले आदेश तक बंद कर दी हैं. विभाग के अनुसार दोबारा ऑनलाइन होने में उनको दो हफ्ते का समय लग सकता है.
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