लाहौर: मुंबई हमले का मास्टरमाइंड और भारत का मोस्ट वांटेड आतंकी हाफिज सईद अब पाकिस्तान की राजनीति में सीधे तौर पर एंट्री करने वाला है. लगभग 11 महीनों तक नजरबंद रहने वाला हाफिज सईद पाकिस्तान में अगले साल होने वाले चुनावों में अपनी पार्टी को सियासी मैदान में उतारना चाहता है. ताकि वो लाहौर के गली-गूचों से निकलकर सीधे पाकिस्तान की नेशनल असेंबली तक अपनी पहुंच बना सके.
पाकिस्तान के टॉप पत्रकारों के बीच आतंकी हाफिज ने पाकिस्तान की राजनीति में अपनी एंट्री का ऐलान किया है. हाफिज सईद ने आज इस बात की पुष्टि की कि उसकी पार्टी जमात उद दावा साल 2018 में होने वाले आम चुनाव में मिल्ली मुस्लिम लीग के बैनर तले भाग लेगी.
हाफिज सईद ने भारत के लिए फिर उगला जहर
इस दौरान हाफिज सईद ने भारत के लिए जहर उगलते हुए कहा, ‘‘मैं भारत को बताना चाहता हूं कि मैं कश्मीरियों को समर्थन देना जारी रखूंगा. इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि वहां क्या मुसीबतें हैं. भारत चाहता है कि हम कश्मीरियों के लिए आवाजें उठानी बंद कर दें. वह पाकिस्तान सरकार पर दबाव बना रहा है. मैं पाकिस्तान को बताना चहता हूं कि पर्दे के पीछे से जारी कूटनीति ने केवल कश्मीर के मुद्दे को नुकसान पहुंचाया है.’’
अमेरिका में भी हाफिज के सिर पर करोड़ों रुपए का ईनाम
बता दें कि मुंबई हमलों के बाद साल 2008 में संयुक्त राष्ट्र ने हाफिज के नाम को आतंकियों की लिस्ट में डाला था. अमेरिका ने भी हाफिज के सिर पर 10 मिलियन डॉलर यानि 70 करोड़ रुपयों का इनाम रखा है. मुंबई हमलों के बाद हाफिज को हाउस अरेस्ट भी किया गया था, लेकिन पाकिस्तानी कोर्ट ने उसे आजादी मिल गई थी. अंतर्राष्ट्रीय दबाव के चलते इस साल 30 जनवरी से 22 नवंबर को एक बार फिर नजरबंद किया गया था.
आतंकी हाफिज पाकिस्तान की नई नस्ल की रगों में हिंदुस्तान के खिलाफ जहर घोलता है. घाटी को आतंक का जख्म देने का जिम्मेदार भी हाफिज है और आतंक के इसी खेल को हाफिज पाकिस्तान की राजनीत में बैठ कर करना चाहता है, ताकि उसके कारनामें दुनिया की नज़रों से बचे रहे.