Indians Face Problem In Haj Yatra: भारत से हज यात्रा पर सऊदी अरब गए कई लोगों को बदइंतजामी का सामना करना पड़ रहा है. बिहार के हज यात्रियों ने बदइंतजामी को लेकर भारत सरकार और सऊदी अरब की सरकार से नाराजगी जताई है. कुछ यात्रियों ने एबीपी लाइव के संपादक अब्दुल वाहिद आजाद से फोन पर बात कर का हाल बयां किया. उन्होंने मैदान-ए-अराफात के बाहर से कुछ वीडियो भी भेजे हैं. 


एक हज यात्री ने कहा, ''हज के बाद करीब 10 किलोमीटर दूर मुजदलफा में हाजिर होते हैं. सूर्यास्त के बाद मुजदलफा जाया जाता है. यहां कोई इंतजाम नहीं है. लोग कैसे जाएंगे, न हमारे लिए बस है, न कोई बताने वाला है...किसी तरह की कोई सुविधा नहीं है. उनको रास्ता बताने वाला भी कोई नहीं है. भारी संख्या में लोग बड़े परेशान हैं."


उन्होंने कहा कि बिहार के हज यात्री अन्य राज्यों के मुकाबले ज्यादा पैसे खर्च करते हैं. एक तरह से उनके साथ ज्यादती हो रही है. महाराष्ट्र के एक हज यात्री ने भी इसी तरह की कहानी बयां की. उन्होंने कहा कि यहां पर कोई सुविधा नहीं है. अन्य राज्यों के हज यात्रियों ने भी परेशानियों का जिक्र किया. 


मुजदलफा पहुंचना क्यों है जरूरी?


बता दें कि आज (27 जून को) हज का सबसे अहम दिन था. आज 9वीं जिल्ल हिज्जा है और इस दिन जो मुसलमान मैदान-ए-अराफात में हाजिर रहा, वही हाजी कहलाएगा. कोई मुसलमान तब तक हाजी नहीं बन पाता जब तक वो 9वीं जिल्ल हिज्जा को मैदान-ए-अराफात में जमा न हो पाए. 9वीं जिल्ल हिज्जा को हाजी शाम को सूरज डूबने के बाद मुजदलफा के लिए रवाना होते हैं, जहां पूरी रात गुजारना होता है. अराफात से मुजदलफा की दूरी 8 से 10 किलोमीटर है.


असदुद्दीन ओवैसी ने भी उठाया था बदइंतजामी का मुद्दा


इससे पहले 12 जून को एआईएमआईएम प्रमुख और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने बदइंतजामी का आरोप लगाते हुए हज कमेटी और सरकार पर निशाना साधा था. ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को टैग करते हुए ट्वीट किया था, ''भारत से बड़ी संख्या में लोग हज करने पहुंच रहे हैं. भारत से 1,75,025 आजमीन-ए-हज के पहुंचने के इमकान हैं लेकिन इसी बीच हज कमेटी कि लापरवाही सामने आ रही है.''


उन्होंने आगे लिखा था, ''एक-एक हाजी से 4 लाख वसूले लेकिन सुविधा नहीं दी गई. ठहरने के साथ बुनियादी सुविधाएं भी नहीं हैं. भारत के आजमीन-ए-हज परेशान हैं. हज कमेटी से इतनी बड़ी लापरवाही कैसे हुई? पीएम मोदी और स्मृति ईरानी जी को फौरन इन समस्याओं का समाधान करना चाहिए.''


ओवैसी के आरोपों पर भारतीय दूतावास ने जवाब देते हुए कहा था कि जेद्दा में भारतीय अधिकारी हाजियों के सभी मुद्दों को हल करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं और सभी व्यवस्थाओं की बेहद बारीकी से निगरानी होती है.


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