HAL चेयरमैन बोले- हम राफेल बनाने में सक्षम लेकिन जल्दी संभव नहीं
राफेल डील: कांग्रेस सवाल उठाती रही है कि जब सरकारी कंपनी एचएएल राफेल विमान बनाने में सक्षम है तो प्राइवेट कंपनी रिलायंस को क्यों इस डील में शामिल किया गया.
![HAL चेयरमैन बोले- हम राफेल बनाने में सक्षम लेकिन जल्दी संभव नहीं HAL Chairman R Madhavan on Rafale: Hindustan Aeronautics Limited was capable HAL चेयरमैन बोले- हम राफेल बनाने में सक्षम लेकिन जल्दी संभव नहीं](https://static.abplive.com/wp-content/uploads/sites/2/2018/12/22132505/HAL-Chairman-R-Madhavan.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
उदयपुर: हिन्दुस्तान एयरोनोटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के अध्यक्ष आर माधवन ने कहा है कि हम राफेल बनाने में सक्षम हैं. उन्होंने कहा, ''जब (शुरू में) राफेल की बात चल रही थी तो एचएएल सक्षम था. लेकिन सरकार ने जल्द से जल्द उसे हासिल करने की आवश्यकता को देखते हुए 36 विमान खरीदने का सौदा किया. 36 विमानों को यहां पर बनाने का सवाल ही नहीं उठता है. यदि पहले की तरह होता तो कुछ विमान हम खरीदते, कुछ यहां पर बनाते.’’
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि चूंकि मौजूदा सौदे में एचएएल नहीं है इसलिए वे इस बारे में और कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते. इससे पहले उन्होंने राजस्थान के उदयपुर में 33वीं इंडियन इंजीनियरिंग कांग्रेस को संबोधित किया.
R Madhavan, HAL Chairman on #Rafale: Hindustan Aeronautics Limited (HAL) was capable when the talks were ongoing but to get quick delivery the government bought 36 aircraft separately. 1/2 (21.12.18) pic.twitter.com/AIFAQwuxM0
— ANI (@ANI) December 22, 2018
आपको बता दें कि कांग्रेस यही सवाल उठाती रही है कि जब सरकारी कंपनी एचएएल राफेल विमान बनाने में सक्षम है तो प्राइवेट कंपनी रिलायंस को क्यों इसमें शामिल किया गया. कांग्रेस का दावा है कि यूपीए (संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन) सरकार ने फ्रांस की एयरक्राफ्ट बनाने वाली कंपनी दसॉल्ट एविएशन के साथ 126 राफेल विमानों का सौदा किया था, जिसमें से 108 विमानों का निर्माण लाइसेंस्ड प्रोडक्शन के तहत एचएएल द्वारा किया जाता और 18 विमानों का निर्माण फ्रांस में कर उसे भारत लाया जाता. ये विमान भारतीय वायु सेना के लिए खरीदे जाने थे.
पीएम मोदी को राफेल सौदे को लेकर 'ब्लैकमेल' करने की कोशिश कर रहे हैं मनोहर पर्रिकर- कांग्रेस
नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार ने साल 2015 में फ्रांस की सरकार के साथ दूसरा सौदा कर किया, जिसमें 126 के बजाय सिर्फ 36 राफेल विमानों की खरीद की गई. इस विमान में ऑफसेट पार्टनर रिलायंस है.
राफेल है पासा पलटने वाला, सुप्रीम कोर्ट ने बहुत अच्छा फैसला दिया-वायुसेना प्रमुख
![IOI](https://cdn.abplive.com/images/IOA-countdown.png)
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)
![शिवाजी सरकार](https://feeds.abplive.com/onecms/images/author/5635d32963c9cc7c53a3f715fa284487.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=70)